देहरादून: साल 2020 में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जारी लॉकडाउन के चलते जहां देश के साथ ही प्रदेश में भी विभिन्न विकास कार्य प्रभावित हुए. वहीं दूसरी ओर कोरोना के कारण उच्चतर माध्यमिक शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में होने वाले कार्यों पर भी ब्रेक लग गया. ऐसे में रूसा के फेज एक-दो के तहत प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में होने वाले कार्यों को पूरा करने के लिए उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने केंद्र सरकार से मार्च 2022 तक का अतिरिक्त समय मांगा है.
बता दें कि रूसा के फेज एक और दो के तहत प्रदेश के सभी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से जुड़े कॉलेजों में विभिन्न निर्माण कार्य जैसे कंप्यूटर लेब, मॉडल कालेज, इत्यादि तैयार किए जाने थे. जिसके लिए 298 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है. लेकिन स्वीकृत धनराशि से 190 करोड़ मिलने के बावजूद अब तक प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से जुड़े कॉलेजों की तस्वीर नहीं बदली जा सकती है.
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गौरतलब है कि रूसा के तहत स्वीकृत धनराशि का 90 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार देती है. वहीं शेष दस फीसदी हिस्सा राज्य सरकार की ओर से दिया जाता है. उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि बीते साल कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते जारी लॉकडाउन की वजह से रूसा के तहत होने वाले कई कार्य अधर में लटक चुके हैं. वहीं धनराशि भी खर्च नहीं हो सकी है. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार से उन्होंने आग्रह किया है कि रूसा के फेज एक और दो के तहत होने वाले सभी 26 कार्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश को मार्च 2022 तक का अतिरिक्त समय दिया जाए.