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स्मार्ट सिटी के केबल चोरी करने वाले छह चोर गिरफ्तार, गिरोह का सरगना अभी भी फरार

पुलिस ने स्मार्ट सिटी देहरादून की केबल चोरी मामले की खुलासा कर दिया है. पुलिस में केबल चोरी मामले में 6 लोग गिरफ्तार किए है. गैंग का सरगना अभी भी फरार है.

dehradun
पुलिस की गिरफ्तार में आरोपी.
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Published : Dec 21, 2021, 7:07 AM IST

देहरादून: स्मार्ट सिटी देहरादून के 28 लाख रुपय की केबल चोरी करने के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. चोरी का सारा माल दिल्ली से बरामद किया है. गैंग के मुख्य आरोपी समेत दो लोग फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

जानकारी के मुताबिक बीती 17 दिसंबर को स्मार्ट सिटी देहरादून के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रसन्ना कुमार ने डालनवाला कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में उन्होंने कहा था कि M/S CABCON INDIA LTD के द्वारा स्मार्ट सिटी की भूमिगत विद्युत केबल परियोजना का कार्य देहरादून में किया जा रहा है. इस परियोजना में लगने वाली 11kv भूमिगत विद्युत केबल के 17 ड्रम आर्मी सीएसडी कैंटीन ईसी रोड के बाहर रखे हुए थे. 15 दिसंबर में साइट का निरीक्षण करने के दौरान 3 ड्रम केबल जिनकी लंबाई 500 मीटर, 495 मीटर और 495 मीटर चोरी कर लिये गये. तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

पढ़ें- कपकोट पुलिस ने 3 चोरियों का किया खुलासा, नाबालिग निकले चोर

मामले के खुलासे के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने घटना स्थल और आसपास लगे इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की. सीसीटीवी में चोरों की ये करतूत कैद हो गई थी. चोर 14-15 दिसंबर की रात को किसी ट्रक में केबल ले जाते हुए दिखे. पुलिस ने बारिकी से देखा तो जिस ट्रक में केबल ले जाई जा रहा थी, उस ट्रक को एक कार गाइड कर रही थी.यूपी सहारनपुर जिले में चमारी खेडा टोल प्लाजा के पास लगे कैमरों में ट्रक नंबर दिखाई दिया. इसके बाद पुलिस ट्रक ड्राइवर तक पहुंची. ट्रक ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि कार चालक और उसके साथियों ने केबल ड्रम को अपने साइट का सामान बताया था और उसे बागपत ले गए थे. पुलिस की टीम तुरंत बागपत के लिए रवाना हुई.

बागपत पहुंचने पर पुलिस को जानकारी मिली की केबल वहां से हटा दी गई है. इसके उत्तराखंड पुलिस ने यूपी की बागपत पुलिस की मदद से संदिग्ध कार को वेरीफाई किया तो पता चला की कार दिल्ली की थी. इसके बाद दोनों टीम संयुक्त रूप से दिल्ली के लिए रवाना हुई. पुलिस ने दिल्ली के करोलबाग में कार मालिक के घर दबिश दी. वहीं से पुलिस ने चांद मोहम्मद, इसरफील, शाहिद, मनीष और मोहम्मद जसीम को गिरफ्तार किया गया.

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आरोपियों ने पूछथाछ में बताया कि इस वारदात का मुख्य आरोपी सरफराज निवासी फैज रोड करोल बाग दिल्ली है, जो तभी से फरार है. आरोपियों ने केबल ड्रम को काटकर रोहिणी दौलतपुर दिल्ली में किसी स्थान पर रखा गया है, जहां से उसे आगे भेजने की तैयारी चल रही थी. इस पर दौलत पुर रोहिणी दिल्ली से चोरी का सामान को बरामद किया गया. आरोपी का एक साथी मोहम्मद जसीम देहरादून में ही रह रहा था. मोहम्मद जसीम को देहरादून से गिरफ्तार किया गया.

थाना डालनवाला प्रभारी एनके भट्ट ने बताया कि इनके गैंग का मुखिया सरफराज जोकि उत्तर भारत के क्षेत्रों में जगह-जगह घूम कर पहले रैकी करके यह सुनिश्चित कर लेता है कि कौन सी साइट पर काफी लंबे समय से सामान पड़ा हुआ है. इसके बाद वो गैंग के अन्य सदस्यों को एकत्रित करके रात के समय में क्रेन, हाइड्रा और ट्रक इत्यादि को किराए पर लेकर यह बताकर कि वह साइट का मालिक है और जो सामान साइट पर पड़ा है वह कहीं अन्य स्थान पर स्थानांतरित होना है बुकिंग कराता है.

पढ़ें- कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कार्यालय में गबन के दोनों आरोपी कोर्ट से बरी

इसके बाद सरफराज अपने अन्य साथियों के साथ घटना के दिन भी घटनास्थल पर मौजूद रहता है और घटनास्थल से काफी दूर अपनी गाड़ी लगाकर सुनिश्चित कर लेता है कि सामान ट्रकों में लाद दिया गया है. जिसके बाद स्वयं सामान के ट्रक को अपनी कार से लीड करते हुए बागपत में सुनसान इलाके में ले जाकर अनलोड करवाता है और उसी स्थान पर अपने साथियों के साथ मिलकर कटर इत्यादि के माध्यम से सामान को कटवा कर छोटे-छोटे वाहनों के माध्यम से भेजने के लिए दौलतपुर रोहिणी दिल्ली स्थित मयंक मित्तल के स्क्रैप गोदाम पर ले जाता है.

देहरादून: स्मार्ट सिटी देहरादून के 28 लाख रुपय की केबल चोरी करने के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. चोरी का सारा माल दिल्ली से बरामद किया है. गैंग के मुख्य आरोपी समेत दो लोग फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

जानकारी के मुताबिक बीती 17 दिसंबर को स्मार्ट सिटी देहरादून के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रसन्ना कुमार ने डालनवाला कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में उन्होंने कहा था कि M/S CABCON INDIA LTD के द्वारा स्मार्ट सिटी की भूमिगत विद्युत केबल परियोजना का कार्य देहरादून में किया जा रहा है. इस परियोजना में लगने वाली 11kv भूमिगत विद्युत केबल के 17 ड्रम आर्मी सीएसडी कैंटीन ईसी रोड के बाहर रखे हुए थे. 15 दिसंबर में साइट का निरीक्षण करने के दौरान 3 ड्रम केबल जिनकी लंबाई 500 मीटर, 495 मीटर और 495 मीटर चोरी कर लिये गये. तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

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मामले के खुलासे के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. टीम ने घटना स्थल और आसपास लगे इलाकों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की. सीसीटीवी में चोरों की ये करतूत कैद हो गई थी. चोर 14-15 दिसंबर की रात को किसी ट्रक में केबल ले जाते हुए दिखे. पुलिस ने बारिकी से देखा तो जिस ट्रक में केबल ले जाई जा रहा थी, उस ट्रक को एक कार गाइड कर रही थी.यूपी सहारनपुर जिले में चमारी खेडा टोल प्लाजा के पास लगे कैमरों में ट्रक नंबर दिखाई दिया. इसके बाद पुलिस ट्रक ड्राइवर तक पहुंची. ट्रक ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि कार चालक और उसके साथियों ने केबल ड्रम को अपने साइट का सामान बताया था और उसे बागपत ले गए थे. पुलिस की टीम तुरंत बागपत के लिए रवाना हुई.

बागपत पहुंचने पर पुलिस को जानकारी मिली की केबल वहां से हटा दी गई है. इसके उत्तराखंड पुलिस ने यूपी की बागपत पुलिस की मदद से संदिग्ध कार को वेरीफाई किया तो पता चला की कार दिल्ली की थी. इसके बाद दोनों टीम संयुक्त रूप से दिल्ली के लिए रवाना हुई. पुलिस ने दिल्ली के करोलबाग में कार मालिक के घर दबिश दी. वहीं से पुलिस ने चांद मोहम्मद, इसरफील, शाहिद, मनीष और मोहम्मद जसीम को गिरफ्तार किया गया.

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आरोपियों ने पूछथाछ में बताया कि इस वारदात का मुख्य आरोपी सरफराज निवासी फैज रोड करोल बाग दिल्ली है, जो तभी से फरार है. आरोपियों ने केबल ड्रम को काटकर रोहिणी दौलतपुर दिल्ली में किसी स्थान पर रखा गया है, जहां से उसे आगे भेजने की तैयारी चल रही थी. इस पर दौलत पुर रोहिणी दिल्ली से चोरी का सामान को बरामद किया गया. आरोपी का एक साथी मोहम्मद जसीम देहरादून में ही रह रहा था. मोहम्मद जसीम को देहरादून से गिरफ्तार किया गया.

थाना डालनवाला प्रभारी एनके भट्ट ने बताया कि इनके गैंग का मुखिया सरफराज जोकि उत्तर भारत के क्षेत्रों में जगह-जगह घूम कर पहले रैकी करके यह सुनिश्चित कर लेता है कि कौन सी साइट पर काफी लंबे समय से सामान पड़ा हुआ है. इसके बाद वो गैंग के अन्य सदस्यों को एकत्रित करके रात के समय में क्रेन, हाइड्रा और ट्रक इत्यादि को किराए पर लेकर यह बताकर कि वह साइट का मालिक है और जो सामान साइट पर पड़ा है वह कहीं अन्य स्थान पर स्थानांतरित होना है बुकिंग कराता है.

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इसके बाद सरफराज अपने अन्य साथियों के साथ घटना के दिन भी घटनास्थल पर मौजूद रहता है और घटनास्थल से काफी दूर अपनी गाड़ी लगाकर सुनिश्चित कर लेता है कि सामान ट्रकों में लाद दिया गया है. जिसके बाद स्वयं सामान के ट्रक को अपनी कार से लीड करते हुए बागपत में सुनसान इलाके में ले जाकर अनलोड करवाता है और उसी स्थान पर अपने साथियों के साथ मिलकर कटर इत्यादि के माध्यम से सामान को कटवा कर छोटे-छोटे वाहनों के माध्यम से भेजने के लिए दौलतपुर रोहिणी दिल्ली स्थित मयंक मित्तल के स्क्रैप गोदाम पर ले जाता है.

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