देहरादून: राज्य अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल) में हुए घोटाले की जांच को लेकर अभी असमंजस की स्थिति है. सिडकुल घोटाले की जांच को लेकर गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने शासन और पुलिस मुख्यालय को एक पत्र लिखा है.
बता दें कि इससे पहले शासन ने आईजी गढ़वाल जोन अजय रौतेला और उधम सिंह नगर एसएसपी बरिंदर जीत की देखरेख में एक एसआईटी गठित की थी. लेकिन बीती 30 जून को आईजी गढ़वाल जोन अजय रौतेला का तबादला कुमाऊं रेंज में हो गया था और उधम सिंह नगर एसएसपी बरिंदर जीत को भी आईआरबी रामनगर मे बतौर कमांडेंट तैनात भेजा गया है. ऐसे में फिलहाल ये जांच रुकी हुई है. घोटाले की जांच को बनाई गई एसआईटी की अंतिम समीक्षा बैठक 13 फरवरी हुई थी. इसके बाद लॉकडाउन होने के कारण जांच आगे नहीं बढ़ पाई.
ऐसे में अब गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने शासन और पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर ये जानने की कोशिश की है कि जांच एसआईटी टीम में तत्कालीन अधिकारी ही शामिल रहेंगे या फिर अभी जिनका तबदाल हुआ है वे जांच को आगे बढ़ाएंगे.
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जब इस बारे में गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा घोटाले की जांच किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होगी. इस मामले में शासन और पुलिस मुख्यालय से जो निर्देश मिलेंगे उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जल्द ही वे एसआईटी की स्थिति को भी स्पष्ट कर गढ़वाल कमिश्नरी से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
क्या है मामला
बता दें कि साल 2012 से 2017 के बीच सिडकुल द्वारा विभिन्न जनपदों में निर्माण कार्य कराए गए. ऐसे में नियमों को ताक पर रखकर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) को ठेके दिए गए थे. यूपीआरएनएन का ऑडिट कराए जाने पर काफी अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग, वेतन निर्धारण व विभिन्न पदों पर भर्ती में गड़बड़ियां सामने आई थी. जिस पर शासन ने गड़बड़ियों का संज्ञान लेते आईजी गढ़वाल जोन की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था.