मसूरीः शिफन कोर्ट के बेघर 84 परिवार के लोगों ने चैत्र नवरात्रि पर सरकार के नारी शक्ति उत्सव कार्यक्रम का विरोध किया. इतना ही नहीं थाली बजाकर विरोध रैली निकाली और नारी शक्ति उत्सव को नारी दमन दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान महिलाओं ने बीजेपी सरकार, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, शिफन कोर्ट के बेघर लोगों के विस्थापन की मांग को लेकर सीएम धामी को ज्ञापन भी भेजा गया.
मसूरी शिफन कोर्ट के बेघर लोगों ने कहा कि इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बेघर लोगों को विस्थापित करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक घोषणा पर किसी प्रकार का अमल नहीं हुआ है. जिससे शिफन कोर्ट के बेघर लोगों में भारी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शिफन कोर्ट के लोगों के साथ धोखा करने का काम किया है.
उनका कहना है कि शिफन कोर्ट के लोगों को शिफन कोर्ट से हटाकर 15 दिन के भीतर विस्थापन करने की बात की गई थी, लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी शिफन कोर्ट के लोग बेघर हैं. आज तक उनके विस्थापन को लेकर कोई ठोस नीति नहीं बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी कुछ कहते हैं तो पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता कुछ और बयान दे रहे हैं. ऐसे में शिफन कोर्ट के लोगों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है.
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शिफन कोर्ट से बेघर लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा मसूरी में बेतहाशा भ्रष्टाचार और घोटाले हो रहे हैं, लेकिन कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और शासन को शिकायत जाने के बाद भी पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि कई बार कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी पालिकाध्यक्ष को अपना धर्मपुत्र कहते हुए नजर आ रहे हैं. जिससे साफ है कि धर्मपुत्र अनुज गुप्ता के काले कारनामों को छुपाने और अमलीजामा बनाए जाने को लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी उनका साथ दे रहे हैं और मसूरी को बेच रहे हैं.