देहरादून: उत्तराखंड में अग्निशमन सेवाओं को अपडेट करने के लिए मुख्य सचिव एसएस संधू ने आज 16 अक्टूबर को अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान बैठक में अग्निशमन कर्मियों की ट्रेनिंग उत्तराखंड में ही कराए जाने और सेलाकुई फायर स्टेशन को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किए जाने पर चर्चा हुई, जिसके बाद लिए मुख्य सचिव एसएस संधू ने अधिकारियों फूल प्रूफ योजना तैयार करने के निर्देश दिए.
प्रदेश में अग्निशमन सुविधाओं को विकसित करने के लिए लगातार प्रयास की जा रहे हैं. देहरादून सचिवालय में मुख्य सचिव एसएस संधू ने आज अधिकारियों की बैठक लेते हुए इससे जुड़ी सुविधाओं के विकास के लिए एक फूल प्रूफ योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान राज्य में उपलब्ध अग्निशमन सेवाओं का गैप एनालिसिस कर इसे पूरी तरह से फूल प्रूफ करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
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इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि कर्मचारियों के आवासीय भवनों को फायर स्टेशन के पास बनाया जाए, जिससे कर्मचारियों को भी फायदा होगा और जरूरत पड़ने पर कर्मचारी जल्द से जल्द अपनी सेवाएं देने के लिए भी उपलब्ध होंगेय मुख्य सचिव ने कहा कि महाराष्ट्र के नागपुर में कर्मचारियों को केवल एडवांस प्रशिक्षण के लिए ही भेजा जाए, जबकि सामान्य प्रशिक्षण के लिए उत्तराखंड में ही प्रशिक्षण केंद्र तैयार किया जाए.
प्रदेश में बाढ़ भूस्खलन ध्वस्तु संरचनाओं के लिए रिस्क से जुड़े कोर्स पर विशेष ध्यान दिए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा एसडीआरएफ और अग्निशमन सेवाओं के कामों में एकीकरण की भी बात कही गई. राज्य भर में जरूरत के लिहाज से फायर स्टेशन स्थापित किए जाए. साथ ही फायर हाइड्रेंट की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
उत्तराखंड में चकराता क्षेत्र में पिछले दिन हुई घटना के बाद अग्निशमन सेवाओं की जरूरत को महसूस किया गया था। इसके बाद अब मुख्य सचिव ने खुद इस संदर्भ में निर्देश जारी किए हैं.