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SDRF ने बच्चों को सिखाए आपदा से निपटने के गुर, DGP ने की सराहना - लेटेस्ट न्यूज

देहरादून पुलिस लाइन में SDRF की टीम ने जागरुकता अभियान के तहत एक मेले का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में 42 स्कूल और कॉलेजों के लगभग 4 हजार से ज्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर SDRF ने छात्र-छात्राओं को राहत बचाव के साथ सभी तरह के जरूरी आधुनिक उपकरणों की जानकारी दी.

SDRF ने बच्चों को सिखाए आपदा से निपटने के गुर.
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Published : May 1, 2019, 2:45 PM IST

Updated : May 1, 2019, 3:23 PM IST

देहरादून: राहत बचाव कार्य करने वाली SDRF ने जागरुकता अभियान के तहत पुलिस लाइन में मेले का आयोजन किया. इस मौके पर SDRF के विशेषज्ञों ने स्कूली बच्चों को आपदा से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी. साथ ही बच्चों उन्हें आपदा के समय राहत और बचाव कार्य में काम आने वाले आधुनिक उपकरणों का डेमोस्ट्रेशन भी दिया गया.

बता दें कि मंगलवार को देहरादून पुलिस लाइन में SDRF ने जागरुकता अभियान के तहत एक मेले का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में 42 स्कूल और कॉलेजों के करीब 4 हजार से ज्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर SDRF ने छात्र-छात्राओं को राहत बचाव के समय काम आने वाले सभी तरह के जरूरी आधुनिक उपकरणों की जानकारी दी. कार्यक्रम में डीजीपी अनिल रतूड़ी सहित तमाम आलाधिकारी ने शिरकत की और SDRF के अपग्रेड राहत बचाव उपकरणों का निरीक्षण किया.

SDRF ने बच्चों को सिखाए आपदा से निपटने के गुर.

डीजीपी अनिल रतूड़ी ने कहा कि कई बार आपदा के समय कुछ ऐसे संसाधन की कमी पड़ जाती है, जिसके चलते जान-माल की हानि बढ़ जाती हैं. ऐसे में अलग-अलग प्राकृतिक आपदाओं के अनुभव के मुताबिक उत्तराखंड SDRF को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड SDRF फोर्स देश के अन्य राज्यों की तुलना बेहतर मॉडल के रूप में उभरकर सामने आई है. वर्तमान में कई राज्य उत्तराखंड की एसडीआरएफ टीम से प्रेरणा ले रहे हैं. यह अपने आप में गर्व की बात है.

वहीं, SDRF टीम से आपदा के सम्बंध में जानकारियां लेने के बाद बच्चों ने अपने अनुभव साझा किए. कहा कि वो SDRF मेले में आकर बेसिक जानकारियां जानने को मिली. साथ ही कहा कि उन्हें किसी भी आपातकाल के समय जीवन बचाव से सम्बंधित जानकारियां मिली. जिससे वो पहले पूरी तरह अनजान थे. बच्चों ने आगे कहा कि अब वो अपने साथ दूसरों के जीवन बचाने के लिए बहुत कुछ जान चुके हैं.

SDRF ने भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने, नदियों के उफ़ान के समय बचाव संबंधित बच्चों को जानकारियां दी. साथ ही पहाड़ों पर चढ़ने जैसे तमाम तरह की जानकारियों के साथ ही प्राकृतिक आपदा के समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए इस बारे में बच्चों को इससे रूबरू करवाया गया. एसडीआरएफ ने स्कूली बच्चों को उपकरणों का डेमोस्ट्रेशन की बेसिक जानकारियों के बारे में बताया.

देहरादून: राहत बचाव कार्य करने वाली SDRF ने जागरुकता अभियान के तहत पुलिस लाइन में मेले का आयोजन किया. इस मौके पर SDRF के विशेषज्ञों ने स्कूली बच्चों को आपदा से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी. साथ ही बच्चों उन्हें आपदा के समय राहत और बचाव कार्य में काम आने वाले आधुनिक उपकरणों का डेमोस्ट्रेशन भी दिया गया.

बता दें कि मंगलवार को देहरादून पुलिस लाइन में SDRF ने जागरुकता अभियान के तहत एक मेले का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में 42 स्कूल और कॉलेजों के करीब 4 हजार से ज्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर SDRF ने छात्र-छात्राओं को राहत बचाव के समय काम आने वाले सभी तरह के जरूरी आधुनिक उपकरणों की जानकारी दी. कार्यक्रम में डीजीपी अनिल रतूड़ी सहित तमाम आलाधिकारी ने शिरकत की और SDRF के अपग्रेड राहत बचाव उपकरणों का निरीक्षण किया.

SDRF ने बच्चों को सिखाए आपदा से निपटने के गुर.

डीजीपी अनिल रतूड़ी ने कहा कि कई बार आपदा के समय कुछ ऐसे संसाधन की कमी पड़ जाती है, जिसके चलते जान-माल की हानि बढ़ जाती हैं. ऐसे में अलग-अलग प्राकृतिक आपदाओं के अनुभव के मुताबिक उत्तराखंड SDRF को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड SDRF फोर्स देश के अन्य राज्यों की तुलना बेहतर मॉडल के रूप में उभरकर सामने आई है. वर्तमान में कई राज्य उत्तराखंड की एसडीआरएफ टीम से प्रेरणा ले रहे हैं. यह अपने आप में गर्व की बात है.

वहीं, SDRF टीम से आपदा के सम्बंध में जानकारियां लेने के बाद बच्चों ने अपने अनुभव साझा किए. कहा कि वो SDRF मेले में आकर बेसिक जानकारियां जानने को मिली. साथ ही कहा कि उन्हें किसी भी आपातकाल के समय जीवन बचाव से सम्बंधित जानकारियां मिली. जिससे वो पहले पूरी तरह अनजान थे. बच्चों ने आगे कहा कि अब वो अपने साथ दूसरों के जीवन बचाने के लिए बहुत कुछ जान चुके हैं.

SDRF ने भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने, नदियों के उफ़ान के समय बचाव संबंधित बच्चों को जानकारियां दी. साथ ही पहाड़ों पर चढ़ने जैसे तमाम तरह की जानकारियों के साथ ही प्राकृतिक आपदा के समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए इस बारे में बच्चों को इससे रूबरू करवाया गया. एसडीआरएफ ने स्कूली बच्चों को उपकरणों का डेमोस्ट्रेशन की बेसिक जानकारियों के बारे में बताया.

Intro:देहरादून-उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से लेकर किसी भी आपातकाल के समय में संकट मोचक की भूमिका निभाकर राहत बचाव कार्य करने वाली एसडीआरएफ फ़ोर्स द्वारा आपदा को लेकर जागरूकता अभियान के तहत मंगलवार SDRF प्रदर्शन मेले का आयोजन किया गया। देहरादून पुलिस लाइन में आयोजित SDRF राहत बचाव दल के प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा डेमोस्ट्रेशन के जरिये 42 स्कूल कॉलेजों के 4 हजार से ज्यादा बच्चों को आपदा के समय खुद के साथ साथ दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपने अनुभव को साझा करते हुए अनेक तरह की जानकारियां दी गई । SDRF के इस जागरूकता भरे कार्यक्रम में राहत बचाव के समय काम आने वाले सभी तरह के जरूरी आधुनिक उपकरणों का डेमोस्ट्रेशन दिया दिया गया इस मौके पर उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी सहित तमाम आला अधिकारी ने एसडीआरएफ के इस कार्यक्रम में शिरकत कर राहत बचाव के अपग्रेड उपकरणों का निरक्षण किया।



Body:उपकरणों के डेमोंसट्रेशन के जरिए बच्चों को दी गई आपदा राहत बचाव की अहम जानकारियां

भूकंप,बाढ़, भूस्खलन,बादल फ़टने, नदियों के उफ़ान के समय बचाव के तरीके सहित पहाड़ों पर चढ़ने जैसे तमाम तरह की जानकारियों के साथ ही प्राकृतिक आपदा के समय किन-किन बातों का किस तरह से ध्यान रखकर जीवन को बचाया जा सकता हैं इसके लिए एसडीआरएफ द्वारा स्कूली बच्चों को उपकरणों का डेमोस्ट्रेशन से बेसिक जानकारियों से रूबरू कराया गया। बच्चों को हर तरह की अलग अलग विपत्तियों के समय कैसे उनसे पार पाया जाए इसके लिए अलग अलग विषयों पर जानकारी दी गई।

जीवनदायिनी एसडीआरएफ कार्यशैली से प्रभावित होकर बच्चे बोले -राहत बचाव की जानकारी ऐसी मिली जिससे हम अनजान थे

उधर SDRF टीम से आपदा के सम्बंध में जानकारियों को लेकर उत्साहित बच्चों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि,आज उन्हें किसी भी आपातकाल के समय जीवन बचाव से सम्बंधित बहुत ऐसी बेसिक जानकारीयां हासिल हुई हैं जिससे वो पूरी तरह अनजान थे। बच्चों कहा कि अब वह अपने साथ दूसरों के जीवन बचाने के लिए बहुत कुछ जान चुके हैं।ऐसे में वह SDRF मेले में आकर फ़ोर्स की कार्यवाही से बेहद प्रेरित हुए हैं।

बाईट-स्कूली बच्चे
बाईट-स्टूडेंट्स




Conclusion:60 हज़ार बच्चों अब तक SDRF आपदा के लिए प्रशिक्षित कर चुकी हैं:डीजीपी

उधर उत्तराखंड आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले एसडीआरएफ फोर्स के संबंध में उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने कहा कि वर्ष 2013 में केदारनाथ धाम में आई भीषण त्रासदी भरी आपदा के बाद जिस तरह से पुलिस विभाग में एसडीआरएफ का राष्ट्रीय स्तर पर राहत बचाव दल तैयार किया है । डीजीपी ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक स्थितियों के मुताबिक यहाँ अलग अलग तरों की प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर अपने प्रशिक्षण को पूर्व के अनुभव अनुसार कैसे बेहतर पहले से बेहतर बनाया जाए इसके लिए लगातार एसडीआरएफ फोर्स प्रयासरत है। डीजीपी ने कहा कि कई बार आपदा के समय कुछ ऐसे संसाधन की कमी पड़ जाती है जिसके चलते जान माल की हानि बढ़ जाती हैं ऐसे में अलग अलग प्राकृतिक आपदाओं के अनुभव मुताबिक उत्तराखंड एसबीआर जरूरत अनुसार अत्याधुनिक उपकरणों से लेस किया जा रहा। डीजीपी का मानना है कि आज उत्तराखंड एसडीआरएफ फोर्स देश के अन्य राज्यों की तुलना बेहतर मॉडल के रूप में उभरकर सामने आई है। वर्तमान में कई राज्य उत्तराखंड की एसडीआरएफ टीम से प्रेरणा ले रहे हैं यह अपने आप में गर्व की बात है. बीजेपी ने कहा कि आपदा के प्रति सहज और जागरूक करने की दिशा में लगातार एसडीआरएफ आमजन को अभियान के तहत महत्वपूर्ण राहत बचाव जानकारियों से प्रशिक्षित कर रही है ताकि किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय जान माल की हानि को कम से कम पर लाया जा सके।

बाइट- अनिल के रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड

PTC
Last Updated : May 1, 2019, 3:23 PM IST
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