ऋषिकेश: रायवाला में कोरोना जांच बूथ पर बिना किट लोगों की कोरोना जांच के मामले में उप जिलाधिकारी ने कंपनी के अधिकारियों और निकाले गए कर्मचारियों के बयान दर्ज किए. शिकायतकर्ता कर्मचारियों ने शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है.
इस मामले में उपजिलाधिकारी ने अनुबंधित स्टार इमेजिंग एंड पैथ लैब प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली के अधिकारियों को भी बुलाकर उनके बयान दर्ज किए गए. साथ ही शिकायत करने वाले कर्मचारियों के भी बयान दर्ज किए गए. इस दौरान शिकायतकर्ताओं ने जांच अधिकारी को बताया कि लैब के अधिकारियों द्वारा फर्जी तरीके से बिना किट के ही कोरोना जांच किए जाने को लेकर पिछले कई दिनों से दबाव बनाया जा रहा था. जब उनके द्वारा ऐसा करने से मना किया गया तो उनको नौकरी से हटा दिया गया.
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शिकायतकर्ता कर्मचारियों ने बताया कि इस मामले का खुलासा होने के बाद लगातार उन पर दबाव बनाया जा रहा है. कंपनी के अधिकारियों द्वारा उनकी अनुमति के बिना ही उनके नाम से शपथ पत्र तैयार कर लिए गए है और उन पर हस्ताक्षर करने को लेकर लगातार कई तरह का प्रलोभन दिया जा रहा है.
कर्मचारियों के बयान उप जिलाधिकारी वरुण चौधरी और तहसीलदार अमृता शर्मा ने दर्ज किए है. बाकी के कर्मचारियों के बयान जल्द ही लिए जाएंगे. बता दें कि रायवाला थाने के पास कोरोना जांच बूथ पर बिना किट के ही लोगों फर्जी तरीके से कोरोना जांच किए जाने की शिकायत के बाद जिला अधिकारी आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर इस मामले की जांच की जा रही है.