देहरादून: राज्य सरकार की ओर से जहां कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां चल रही हैं. तो वहीं कोरोना से बचाव के लिए भी लोगों द्वारा अलग-अलग सुझाव दिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी (एसडीसी) (Social Development for Community) फाउंडेशन ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत को पत्र लिखकर कोविड-19 के संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए 10 बिंदुओं पर अपने सुझाव दिए हैं.
पत्र में फाउंडेशन ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन दूसरी लहर के दौरान सामने आई समस्याओं को देखते हुए 10 और बिंदुओं पर काम किया जाना आवश्यक है. इससे संभावित तीसरी से निपटने में काफी मदद मिलेगी.
फाउंडेशन से जुड़े अनूप नौटियाल का कहना है कि पत्र में कोविड टेस्टिंग के लिए प्राइवेट लैबों के साथ तालमेल बैठाने के साथ ही टेस्ट करवाने वाले हर व्यक्ति को रिपोर्ट का इंतजार किए बिना कोविड किट उपलब्ध करवाने, मार्केट में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, दवाइयां और अन्य मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी रोकने जैसे कई सुझाव दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि दूसरी लहर के दौरान जब लोग मरीजों के लिए अस्पताल में बेड तलाश रहे थे तो विभाग की वेबसाइट पर उपलब्धता गलत दिखाई जा रही थी. इसके अलावा कई अन्य जानकारियां भी उपलब्ध नहीं थी.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री को यह भी सुझाव दिया गया है कि स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट लगातार अपडेट की जानी चाहिए. अगर जरूरत पड़े तो इस काम के लिए वेब मास्टर्स की नियुक्ति भी की जानी चाहिए. अनूप नौटियाल ने बताया कि अगर तीसरी लहर आती है तो उसमें दूसरी लहर से हासिल किए गए अनुभवों का लाभ उठाया जा सकता है. बेहतर इंतजाम किए जा सकते हैं.
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इसके अलावा तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए अन्य सुझावों के तहत ऑक्सीजन और एंबुलेंस की पुख्ता व्यवस्थाएं करने, विभिन्न कार्यों में सिविल सोसाइटी के मदद लेने और सभी परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था करने की सलाह दी है. वहीं, प्रत्येक मरीज को काउंसलिंग करने की व्यवस्था को लेकर भी स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आकर्षित किया गया है.