देहरादून: उत्तराखंड में दिन-प्रति दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में मैदानी क्षेत्रों में व्यवस्थाएं मुकम्मल करना तो राज्य सरकार के लिए आसान रहा है. लेकिन राज्य के दूरस्थ और सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए व्यवस्था उपलब्ध करना राज्य सरकार के लिए हमेशा से ही एक बड़ी चुनौती रही है. जिस चुनौती को देखते हुए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत की. साथ ही गृह मंत्री से उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को वैक्सीन एवं उनका उपचार, आईटीबीपी और एसएसबी द्वारा कराए जाने का आग्रह किया.
इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा है. पत्र के माध्यम से सतपाल महाराज ने गृहमंत्री को जानकारी दी कि उत्तराखंड में सशस्त्र सीमा बल (SSB) का सीमांत मुख्यालय रानीखेत में है. इनका सीमांत क्षेत्र कुटी, गूंजी, कालापानी, लखनपुर, मालपा, बूंदि, शिया लेख है. इसके अलावा, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) का सीमांत मुख्यालय सीमाद्वार देहरादून में है. इनका सीमांत क्षेत्र नीती, माणा, मलारी, हर्षिल, कालापानी, गूंजी, कुटी है.
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इन सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग मार्च से सितंबर के मध्य अपनी भेड़, बकरियों एवं पशुओं को चराने सीमा पर जाते हैं. ऐसे में इन सीमांत क्षेत्रों के लोगों को कोविड वैक्सीन तथा उनका उपचार, एसएसबी और आईटीबीपी द्वारा कराया जाए. जिससे राज्य के सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों का टीकाकरण किया जा सके.