हरिद्वार: संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. हरिद्वार में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कक्षा आठ तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में संस्कृत भाषा को अनिवार्य किए जाने की बात कही.
जयंती कार्यक्रम में पहुंचे अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने देश के अंदर एक नया अध्याय जोड़ने का काम किया है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा राजनीति के क्षेत्र में भारतीय जनसंघ की स्थापना की गई. जिसका परिणाम है कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विदेशों तक में भारत की जय जयकार हो रही है.
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कार्यक्रम में पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि संस्कृत उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा है. यह भाषा अब धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही है. जिसको देखते हुए अब उत्तराखंड के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में संस्कृत विषय अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगले सत्र से कक्षा 3 से कक्षा 8 तब सभी स्कूलों में संस्कृत विषय पढ़ाया जाने का आदेश लागू कर दिया जायेगा.