देहरादून: भुखमरी के लिहाज से दुनियाभर में भारत 2019 के आंकड़ों के हिसाब से 102वें स्थान पर है. कोरोना और लॉकडाउन के बाद देश में हालात और भी ज्यादा गंभीर हुए हैं. देश में भुखमरी से निपटने के लिए उत्तराखंड के एक समाज सेवी ने नया विकल्प सभी के सामने रखा है. समाज सेवी संदीप गुप्ता का मानना है कि अगर हर घर और परिवार में अन्न व्यर्थ न किया जाये तो तो देश भुखमरी और अन्न की कमी जैसे हालातों से आसानी से निपटा जा सकता है.
इसे लेकर संदीप की ओर से पहल की गयी है. जिसके तहत हर घर में राशन का एक डब्बा उपलब्ध कराया गया है. जिसमें परिवार के लोगों को खाली डब्बे को अतिरिक्त राशन से भरने को कहा गया है. इससे किसी भी घर में अन्न की बर्बादी नहीं होगी. राष्ट्र हित में अन्न का उपयोग हो पायेगा. साथ ही साथ भुखमरी जैसी भयावह समस्या का समाधान भी हो पायेगा. संदीप की इस मुहिम में 200 से अधिक परिवार जुड़ चुके हैं.
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संदीप गुप्ता ने बताया कि अभी तक तो हम कोशिश कर रहे थे कि देश में परिवार और समाज में भोजन की बर्बादी रुके. भोजन के प्रति जो सम्मान है, वह दोबारा जागृत होना चाहिए. उन्होंने कहा भोजन एक प्रसाद है, इसकी बर्बादी नहीं होनी चाहिए. हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट ‘आओ मिलकर उम्मीदों का चूल्हा जलाएं’ यह उन जरूरतमंदों के लिए अन्न इकट्ठा करने की मुहिम है. इस मुहिम में लोग ज़्यादा से ज़्यादा जुड़ रहे हैं.