देहरादून: कोरोना महामारी के समय उत्तराखंड में जारी लॉकडाउन के दौरान जब लोग घरों में दुबक कर रहने को मजबूर हैं, तो ऐसे संकट के वक्त पुलिस जनता का सुरक्षा कवच बनकर 24 घंटे दिन-रात एक ढाल की तरह सड़क से लेकर उन सभी जगहों में खड़ी हैं, जहां उनको जिम्मेदारी दी गई हैं.
लॉकडाउन में आवश्यक सेवा देने के लिए दून पुलिस ने कोविड-19 कंट्रोल रूम बनाया हैं. जो 24 घंटे दिन-रात दिन कार्यरत हैं. इस कंट्रोल रूम में अभी तक 11 हजार 952 लोगों ने कॉल कर अपनी समस्याओं के बारे में बताया है, जिसके बाद तत्काल संबंधित थाना चौकी व अन्य पुलिस टीमों को अवगत कराकर कंट्रोल रूम के माध्यम से समस्या का निस्तारण सुनिश्चित किया जा रहा है.
इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान मजबूर निर्बल और असहाय लोगों को निरंतर पुलिस टीम द्वारा नियमित रूप से खाद्य सामग्री और दैनिक उपयोग की चीजे मुहैया कराई जा रही है. दून पुलिस द्वारा अभी तक अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 1 लाख 77 हजार 315 लोगों असहाय लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया गया है, जबकि 27 हज़ार 248 लोगों को ड्राई खाद्य (राशन) उपलब्ध कराया गया है.
वही, जनपद देहरादून के सभी संवेदनशील स्थानों पर नियमित रूप से ड्रोन कैमरा से निगरानी रखी जा रही है. इस दौरान पुलिस लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों को चिन्हित कर रही है, ताकि आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा सके.
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जिले के सभी थाना क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर बैरियर लगाने के साथ ही सड़कों पर बेवजह अनावश्यक रूप से वाहन दौड़ाने वाले लोगों के खिलाफ चेकिंग कर लगातार मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान और सीज करने की कार्रवाई की जारी है.
उत्तराखंड में लॉकडाउन के दौरान खबर गुरुवार तक अलग-अलग पुलिस टीमों द्वारा 142 मुकदमें डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं, जबकि 395 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसके अतिरिक्त आईपीसी की धारा 188 के तहत जनपद में 96 अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही 151 सीआरपीसी में 94 लोगों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस एक्ट में 238 व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी की गई हैं. इतना ही नहीं लॉकडाउन उल्लंघन के तहत 3,133 वाहनों का चालान काटने के साथ ही 959 वाहनों को सीज भी किया गया है.