देहरादून: केंद्र सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के बाद चालान में की गई बढ़ोतरी के बाद सभी अपने कागज पूरा करने में लगे हुए हैं. जिसके कारण प्रदूषण केंद्र में भी प्रदूषण लाइसेंस बनवाने के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी रही हैं. लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदूषण केंद्र वाले भी अपनी मनमानी पर उतर आए हैं. प्रदूषण केंद्रों पर पहुंचने वाले लोगों से प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है. यहां सर्टिफिकेट बनाने के लिए निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे लेकर लोगों को परेशान किया जा रहा है. जिसकी जानकारी आरटीओ को भी है. जिस पर आरटीओ लगातार कार्रवाई कर रहा है.
नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही सभी वाहन स्वामी अपने वाहनों के कागजों को पूरा करने के लिए आरटीओ या फिर प्रदूषण केंद्र पहुंच रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड सरकार ने अब तक नए मोटर व्हीकल एक्ट के नियम लागू नहीं किए हैं लेकिन फिर भी लोग नए मोटर व्हीकल एक्ट से चालान की बढ़ी हुई दरों को देखते हुए वाहनों के कागज पूरे करने में लगे हुए हैं.
जिसके लिए लोग बड़ी संख्या में प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दूषण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. आरटीओ को मिल रही शिकायत के अनुसार प्रदूषण केंद्र मालिक वाहन स्वामियों से 100 रुपए से अधिक फीस ऐंठ रहे हैं. आरटीओ विभाग ऐसे प्रदूषण केंद्रों पर कार्रवाई करने की बात कह रहा है.
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आरटीओ दिनेश चंद्र पाठोई का कहना है प्रदूषण केंद्रों पर की जा रही मनमानी की शिकायतें उन्हें लगातार मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि वे ऐसा करने वाले एजेंसी मालिक या संस्था की जांच करेंगे. जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.