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दून में सामने आई प्रदूषण केंद्रों की मनमानी, RTO ने कही कार्रवाई की बात

नए मोटर व्हीकल एक्ट के बाद लोग बड़ी संख्या में प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के लिए प्रदूषण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. आरटीओ को मिल रही शिकायत के अनुसार प्रदूषण केंद्र मालिक वाहन स्वामियों से 100 रुपए से अधिक फीस ऐंठ रहे हैं.

दून में सामने आई प्रदूषण केंद्रों की मनमानी
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Published : Sep 7, 2019, 7:38 PM IST

देहरादून: केंद्र सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के बाद चालान में की गई बढ़ोतरी के बाद सभी अपने कागज पूरा करने में लगे हुए हैं. जिसके कारण प्रदूषण केंद्र में भी प्रदूषण लाइसेंस बनवाने के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी रही हैं. लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदूषण केंद्र वाले भी अपनी मनमानी पर उतर आए हैं. प्रदूषण केंद्रों पर पहुंचने वाले लोगों से प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है. यहां सर्टिफिकेट बनाने के लिए निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे लेकर लोगों को परेशान किया जा रहा है. जिसकी जानकारी आरटीओ को भी है. जिस पर आरटीओ लगातार कार्रवाई कर रहा है.

नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही सभी वाहन स्वामी अपने वाहनों के कागजों को पूरा करने के लिए आरटीओ या फिर प्रदूषण केंद्र पहुंच रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड सरकार ने अब तक नए मोटर व्हीकल एक्ट के नियम लागू नहीं किए हैं लेकिन फिर भी लोग नए मोटर व्हीकल एक्ट से चालान की बढ़ी हुई दरों को देखते हुए वाहनों के कागज पूरे करने में लगे हुए हैं.

दून में सामने आई प्रदूषण केंद्रों की मनमानी.

पढ़ें-उत्तराखंड में चौंकाने वाली है प्रधानमंत्री आवास योजना की जमीनी हकीकत, 'डबल इंजन' की पावर ही दे रही धोखा

जिसके लिए लोग बड़ी संख्या में प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दूषण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. आरटीओ को मिल रही शिकायत के अनुसार प्रदूषण केंद्र मालिक वाहन स्वामियों से 100 रुपए से अधिक फीस ऐंठ रहे हैं. आरटीओ विभाग ऐसे प्रदूषण केंद्रों पर कार्रवाई करने की बात कह रहा है.

पढ़ें-बेटी पैदा होने पर पत्नी को दिया तलाक, पुलिस ने शुरू की जांच

आरटीओ दिनेश चंद्र पाठोई का कहना है प्रदूषण केंद्रों पर की जा रही मनमानी की शिकायतें उन्हें लगातार मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि वे ऐसा करने वाले एजेंसी मालिक या संस्था की जांच करेंगे. जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.

देहरादून: केंद्र सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के बाद चालान में की गई बढ़ोतरी के बाद सभी अपने कागज पूरा करने में लगे हुए हैं. जिसके कारण प्रदूषण केंद्र में भी प्रदूषण लाइसेंस बनवाने के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी रही हैं. लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रदूषण केंद्र वाले भी अपनी मनमानी पर उतर आए हैं. प्रदूषण केंद्रों पर पहुंचने वाले लोगों से प्रदूषण सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है. यहां सर्टिफिकेट बनाने के लिए निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे लेकर लोगों को परेशान किया जा रहा है. जिसकी जानकारी आरटीओ को भी है. जिस पर आरटीओ लगातार कार्रवाई कर रहा है.

नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही सभी वाहन स्वामी अपने वाहनों के कागजों को पूरा करने के लिए आरटीओ या फिर प्रदूषण केंद्र पहुंच रहे हैं. हालांकि, उत्तराखंड सरकार ने अब तक नए मोटर व्हीकल एक्ट के नियम लागू नहीं किए हैं लेकिन फिर भी लोग नए मोटर व्हीकल एक्ट से चालान की बढ़ी हुई दरों को देखते हुए वाहनों के कागज पूरे करने में लगे हुए हैं.

दून में सामने आई प्रदूषण केंद्रों की मनमानी.

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जिसके लिए लोग बड़ी संख्या में प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दूषण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. आरटीओ को मिल रही शिकायत के अनुसार प्रदूषण केंद्र मालिक वाहन स्वामियों से 100 रुपए से अधिक फीस ऐंठ रहे हैं. आरटीओ विभाग ऐसे प्रदूषण केंद्रों पर कार्रवाई करने की बात कह रहा है.

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आरटीओ दिनेश चंद्र पाठोई का कहना है प्रदूषण केंद्रों पर की जा रही मनमानी की शिकायतें उन्हें लगातार मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि वे ऐसा करने वाले एजेंसी मालिक या संस्था की जांच करेंगे. जांच में जो भी तथ्य निकलकर सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.

Intro:केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के बाद यातायात के नए नियमों के तहत चालान में अधिक बढ़ोतरी करने के कारण सभी अपने व्हीकल के कागज पूरा करने में लगे हुए हैं।वहीं प्रदूषण केंद्र में भी प्रदूषण लाइसेंस बनवाने के लिए लंबी लंबी लाइन लगी रही है लेकिन प्रदूषण केंद्र वाले अपनी मनमानी पर उतर आए हैं।जहां सभी लोग प्रदूषण कराने प्रदूषण केंद्र पहुंच रहे हैं तो उनसे अवैध वसूली भी की जा रही है।सरकार ने नए नियम के तहत काफी लोग प्रदूषण केंद्रों पर जाकर प्रदूषण लाइसेंस बनवा रहे हैं जो कि आरटीओ विभाग के संज्ञान में आया है कि जिस तरीके से प्रदूषण केंद्रों पर निर्धारित मूल्य से अधिक अवैध वसूले जा रहे हैं इसकी शिकायत लगातार विभाग को मिल रही है जिसके चलते एजेंसी के मालिक या संस्थाओ पर जांच कराई जाएगी।


Body:नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही सभी मोटर वाहन स्वामी अपने वाहनो के कागज पूरा करने के लिए आरटीओ या फिर प्रदूषण केंद्र पहुंच रहे हैं।हालांकि उत्तराखंड सरकार ने अब तक नए मोटर व्हीकल एक्ट के नियम लागू नहीं किए हैं। लेकिन फिर भी लोग नए मोटर व्हीकल एक्ट के अत्यधिक बढ़ी हुई दरों को देखते हुए अपने वाहन के कागज पूरा कराने में लगे हुए हैं।और नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होते ही प्रदूषण लाइसेंस बनवाने के लिए प्रदूषण केंद्रों में पहुंच रहे हैं। लेकिन आईटी विभाग को लगाता शिकायत आ रही है कि प्रदूषण केंद्र मालिक वाहन स्वामियों से 100 रुपए से अधिक फीस ऐंठ रहे हैं।हालांकि आरटीओ विभाग ऐसे प्रदूषण केंद्रों पर कार्रवाई करने की बात तो कह रहा है,लेकिन अत्यधिक जुर्माने के डर से वाहन स्वामी भी अपने वाहनों का प्रदूषण लाइसेंस बनवा रहे हैं।


Conclusion:आरटीओ दिनेश चंद्र पाठोई का कहना है कि सरकार ने नए नियम बना दिए हैं जिसमें काफी बढ़ोतरी भी जुर्माने में की गई है और प्रदूषण के नियमों में भी जो जुर्माना थे वह काफी बढ़ा दिया गया है।और देखने को मिल रहा है कि काफी लोग प्रदूषण केंद्रों पर जाकर प्रदूषण बनवा रहे हैं वही हमारे संज्ञान में आया है कि जिस तरीके से प्रदूषण केंद्रों पर निर्धारित मूल्य से अवैध वसूली की जा रही है इसकी शिकायत हमको मिली है।जिसके चलते एजेंसी के मालिक या संस्थाओं पर हम जांच करेंगे कि कौन मालिक है जो निर्धारित मूल्य से अधिक रुपए ले रहे हैं उनकी जांच कराई जाएगी और तथ्य सामने आते ही उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

बाइट-दिनेश चंद्र पाठोई(आरटीओ)

बाइट ओर विसुल मेल किये है मेल से उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।

काफी देर से व्रैप से भेजने की कोशिश की जा रही थी लेकिन खबर जा नही पा रही है इसलिए मेल से विसुल बाइट भेजे है।
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