मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में हो रही बारिश ने लोक निर्माण विभाग, नगर पालिका मसूरी और राष्ट्रीय राजमार्ग की पोल खोल कर रख दी है. मसूरी में सड़कों का हाल बदहाल है. हाल में ही मसूरी मालरोड के साथ मसूरी देहरादून मार्ग का डामरीकरण किया गया था. लेकिन मानसून की दस्तक के साथ ही सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेट्रोल पंप के पास सड़कों पर बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं लेकिन ना तो एनच के अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे हैं और ना ही स्थानीय प्रशासन के अधिकारी. स्थानीय लोगों की मानें तो मसूरी की कोई भी ऐसी सड़क नहीं है, जो सही सलामत हो. यमुना पेयजल योजना के तहत सड़क को खोद कर पाइप लाइनें डाली गई थी. लेकिन ठेकेदारों ने सही मानकों के तहत सड़कों की मरम्मत नहीं कराई, जिससे बरसात की शुरुआत में ही सड़क बदहाल हो गई.
स्थानीय निवासी महिमानंद ने कहा कि मसूरी में प्रशासन नाम की चीज ही नहीं है. मसूरी में बारिश से सड़कों की हालत खराब है, लेकिन ना ही एसडीएम ध्यान दे रहे हैं और ना ही नगर पालिका प्रशासन. जिसके चलते स्थानीय निवासियों के साथ साथ पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि पहले पिछले सालों की बात करें तो मॉनसून सीजन से पहले तमाम तरह की व्यवस्थाओं को लेकर उच्चाधिकारियों की बैठक की जाती थी. लेकिन इस बार मॉनसून सीजन की दस्तक के बाद भी अधिकारी नदारद हैं. उन्होंने कहा कि सडकों में गड्डों को लेकर संबंधित अधिकारियों को कई बार जानकारी दी, लेकिन अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं.