ETV Bharat / state

ऋषिकेश: जंगली हाथियों के आतंक से मिलेगी निजात, वन विभाग ने खोदी 1 किमी लंबी खाई - वन विभाग ने खोदी 1 किमी लंबी खाई

ऋषिकेश के रिहायशी इलाकों में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बना रहता है. इससे निजात दिलाने के लिए वन विभाग ने एक किलोमीटर लंबी खाई खोदी है.

रिहायशी इलाकों में मिलेगी जंगली हाथियों से निजात.
author img

By

Published : Sep 25, 2019, 4:44 PM IST

ऋषिकेश: श्यामपुर खदरी के ग्रामीणों को जंगली हाथियों से राहत मिलने की उम्मीद है. दरअसल, ग्रामीणों की लंबे समय से मांग थी कि जंगली हाथियों को रोकने के लिए वन विभाग कोई स्थाई रास्ता निकाले, जिससे उनकी फसलें बर्बाद न हो. लोगों की मांग के चलते वन विभाग ने हाथी को रोकने के लिए एक किलोमीटर लंबी और 2 मीटर गहरी खाई खोदी है.

रिहायशी इलाकों में मिलेगी जंगली हाथियों से निजात.

तीर्थनगरी के श्यामपुर खजरी क्षेत्र में जंगली हाथी का आतंक पिछले काफी लंबे समय से जारी था. जंगली हाथी किसानों की फसलों को अक्सर बर्बाद कर देता था. वहीं रिहायशी क्षेत्र में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाता था. जंगली हाथियों से परेशान होकर ग्रामीणों ने कई बार वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. आखिरकार कई वर्षों बाद वन विभाग ने ग्रामीणों की समस्या की सुध लेते हुए हाथियों को रिहायशी क्षेत्रों और फसलों को बर्बाद करने से रोकने का रास्ता निकाल लिया है. गांव के किनारे जंगल से सटे क्षेत्र में 1 किलोमीटर लंबी और 2 मीटर गहरी खाई खोदी है, जिससे ग्रामीणों को जंगली जानवरों से निजात मिल सके.

ये भी पढ़ें: क्रिकेट एकेडमी लूट में पुलिस को मिले अहम सुराग, जल्द खुलासे का दावा

स्थानीय निवासी व पर्यावरण प्रेमी विनोद जुगलान ने बताया कि जंगली जानवर अक्सर उनके खेत खलिहानों को नष्ट कर देते थे. वहीं, हाथी अक्सर उनकी फसलों को चट कर जाता था. ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग से लगातार जंगली जानवरों से सुरक्षा की मांग की जा रही थी. वन विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर गांव के बाहरी क्षेत्र में जंगल के किनारे 1 किलोमीटर लंबी खाई खोद दी है, जिससे हाथी रिहायशी क्षेत्रों में न पहुंच सकें.

ऋषिकेश: श्यामपुर खदरी के ग्रामीणों को जंगली हाथियों से राहत मिलने की उम्मीद है. दरअसल, ग्रामीणों की लंबे समय से मांग थी कि जंगली हाथियों को रोकने के लिए वन विभाग कोई स्थाई रास्ता निकाले, जिससे उनकी फसलें बर्बाद न हो. लोगों की मांग के चलते वन विभाग ने हाथी को रोकने के लिए एक किलोमीटर लंबी और 2 मीटर गहरी खाई खोदी है.

रिहायशी इलाकों में मिलेगी जंगली हाथियों से निजात.

तीर्थनगरी के श्यामपुर खजरी क्षेत्र में जंगली हाथी का आतंक पिछले काफी लंबे समय से जारी था. जंगली हाथी किसानों की फसलों को अक्सर बर्बाद कर देता था. वहीं रिहायशी क्षेत्र में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाता था. जंगली हाथियों से परेशान होकर ग्रामीणों ने कई बार वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. आखिरकार कई वर्षों बाद वन विभाग ने ग्रामीणों की समस्या की सुध लेते हुए हाथियों को रिहायशी क्षेत्रों और फसलों को बर्बाद करने से रोकने का रास्ता निकाल लिया है. गांव के किनारे जंगल से सटे क्षेत्र में 1 किलोमीटर लंबी और 2 मीटर गहरी खाई खोदी है, जिससे ग्रामीणों को जंगली जानवरों से निजात मिल सके.

ये भी पढ़ें: क्रिकेट एकेडमी लूट में पुलिस को मिले अहम सुराग, जल्द खुलासे का दावा

स्थानीय निवासी व पर्यावरण प्रेमी विनोद जुगलान ने बताया कि जंगली जानवर अक्सर उनके खेत खलिहानों को नष्ट कर देते थे. वहीं, हाथी अक्सर उनकी फसलों को चट कर जाता था. ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग से लगातार जंगली जानवरों से सुरक्षा की मांग की जा रही थी. वन विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर गांव के बाहरी क्षेत्र में जंगल के किनारे 1 किलोमीटर लंबी खाई खोद दी है, जिससे हाथी रिहायशी क्षेत्रों में न पहुंच सकें.

Intro:Feed send on FTP
Folder name--Khai

ऋषिकेश--श्यामपुर खदरी के ग्रामीणों को जंगली हाथी से अब राहत मिलने की उम्मीद है,दरअसल ग्रामीणों की लंबे समय से मांग थी जंगली हाथी को रोकने के लिए वन विभाग कोई स्थायी रास्ता निकालने ताकि उनकी फसलें बर्बाद न हो यही कारण है कि वन विभाग ने हाथी को रोकने के लिए एक किलोमीटर लंबी और 2 मीटर गहरी खाई खोदी है।


Body:वी/ओ-- ऋषिकेश के श्यामपुर खजरी क्षेत्र में जंगली हाथी का आतंक पिछले काफी लंबे समय से जारी था अक्सर हाथी किसानों की फसलों को बर्बाद कर देता था और वही रिहायशी क्षेत्र में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाता था जंगली हाथी से परेशान होकर ग्रामीणों ने कई बार वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगाई थी आखिरकार कई वर्षों बाद वन विभाग ने ग्रामीणों की समस्या की सुध लेते हुए हाथी को रिहायशी क्षेत्रों और फसलों को बर्बाद करने से रोकने के लिए गांव के किनारे किनारे जंगल से सटे क्षेत्र में 1 किलोमीटर लंबी और 2 मीटर गहरी खाई खोदी है ताकि ग्रामीणों को जंगली जानवरों से निजाद मिल सके।


Conclusion:वी/ओ-- स्थानीय निवासी वाह पर्यावरण प्रेमी विनोद जुगलान ने बताया कि जंगली जानवर अक्सर उनके खेत खलिहान ओं को नष्ट कर देते थे वही हाथी अक्सर उनकी फसलों को चट कर जाता था साथ ही हाथी फेरिहा से क्षेत्र में भी आ जाता था जिसकी वजह से लोगों के ऊपर जान का खतरा बना हुआ था ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग से लगातार जंगली जानवरों से सुरक्षा की मांग की जा रही थी वन विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर गांव के बाहरी क्षेत्र में जंगल के किनारे 1 किलोमीटर लंबी खाई खोदी ताकि हाथी रिहायशी क्षेत्रों में ना आ सके।

बाईट--विनोद जुगलान(स्थानीय निवासी एवं पर्यावरण विद)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.