ऋषिकेश: दिल्ली एम्स और ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों ने संयुक्त रूप से 12 वर्षीय बच्ची की सफल सर्जरी की है. इससे पहले उत्तराखंड के किसी भी संस्थान में ऐसी सर्जरी नहीं की गई थी. डॉक्टरों ने किशोरी के दायीं ओर के सीने से बड़ी गांठ को सफलता पूर्वक निकाल दिया है. इस तरह की सर्जरी के लिए लोगों को अन्य राज्यों में जाना पड़ता था. जिससे उनके समय के साथ-साथ पैसे भी अधिक खर्च होते थे. लेकिन अब इस सफल सर्जरी के बाद लोगों को लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा.
एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि मुजफ्फरनगर निवासी एक 12 वर्षीय किशोरी के सीने में दायीं ओर बड़ी गांठ थी, जिसने पूरे दाएं फेफड़े को दबाया हुआ था. इस वजह से किशोरी को सांस लेने में तकलीफ होती थी. हर वक्त असहनीय दर्द रहता था. एम्स ऋषिकेश में मंगलवार को दिल्ली एम्स के थोरेसिक सर्जन डॉ. विपलव मिश्रा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया.
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ऋषिकेश एम्स के थोरेसिक सर्जरी के प्रभारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि बच्ची ऑपरेशन के बाद पूरी तरह से स्वस्थ्य है, मरीज को अस्पताल से जल्दी ही छुट्टी दे दी जाएगी.