ऋषिकेश: बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए ऋषिकेश एम्स प्रशासन ने परिसर के अंदर ही मास्क बनाना शुरू कर दिया है. कोरोना के चलते मास्क की खरीद ज्यादा बढ़ने से बाजार में स्टॉक में कमी हो गई है, जिसको देखते हुए ऋषिकेश एम्स के टेलर स्टाफ द्वारा प्रत्येक दिन लगभग 100 से अधिक मास्क बनाकर तैयार किये जा रहे हैं. साथ ही परिसर में हेड ट्रांस्प्लेन्ट कवर भी बनाये जा रहे है. जो डॉक्टरों द्वारा उपचार के समय प्रयोग में लाये जा सकेंगे.
ऋषिकेश एम्स कोरोना की इस लड़ाई के लिए पूरी तरह मुस्तैद है. वहीं बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए एम्स प्रशासन ने परिसर में ही मास्क बनाना शुरू कर दिया है. जिसके बाद एम्स के टेलर स्टाफ की टीम मास्क बनाने में जुटी है. टीम द्वारा प्रत्येक दिन में लगभग 100 से अधिक मास्क तैयार किये जा रहे है, साथ ही डॉक्टरों के लिए हेड ट्रांस्प्लेन्ट कवर बनाया जा रहा है. जो मरीज के उपचार के समय डॉक्टरों द्वारा प्रयोग में लाया जाएगा.
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एम्स हॉस्पिटल अफेयर्स डीन यूबी मिश्रा ने बताया कि एम्स के टेलरों द्वारा थ्री लेयर मास्क बनाया जा रहा है. जिसके लिए विशेष कपड़ा लाया गया है. इसके साथ ही हेड ट्रांस्प्लेन्ट कवर बनाया जा रहा है. जिसमें वाइजर के सामने की तरफ ट्रांस्प्लेन्ट सीट लगाई जा रही है. जिसे पहनने से उपचार के दौरान डॉक्टर के सामने बैठे मरीज छींकने या सांस लेने के दौरान कोई भी संक्रमण नहीं आ पायेगा.