ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में कार्यरत एक 29 वर्षीय महिला नर्सिंग ऑफिसर की चिकित्सकीय जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. प्रशासन ने हेल्थ केयर वर्कर के संपर्क में आए लोगों को चिन्हित करना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि सूची तैयार होने पर एहतियात के तौर पर संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा.
एम्स में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जिनका आइसोलेशन वॉर्ड में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की देखरेख में इलाज चल रहा है. इस दौरान एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत के स्टाफ ऑफिसर डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि परीक्षण के बाद संस्थान की एक महिला नर्सिंग ऑफिसर कोविड पॉजिटिव पाई गई है, जो कि अस्पताल की स्टाफ नर्स है. उन्होंने बताया कि ये नर्स, 15 अप्रैल से 25 अप्रैल तक आईसीयू में ड्यूटी पर थी.
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उन्होंने बताया, कि नर्स को 26 अप्रैल को बुखार की शिकायत हुई, जिसके बाद उसने बिना चिकित्सकीय परीक्षण के दवा लेनी शुरू कर दी और 29 अप्रैल तक अवकाश पर थी. इस बीच समस्या बढ़ने पर उसने हेल्थ केयर वर्कर का संस्थान में कोरोना टेस्ट कराया, जिसमें उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. इसके बाद उसे अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कर दिया गया है. साथ ही सभी सेफ्टी मेजर्स पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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वहीं, कोरोना काल के दौरान नियुक्त की गईं समन्वय अधिकारी, आईएएस अपूर्वा पांडे ने बताया कि एम्स की स्टाफ नर्स में कोरोना की पुष्टि हुई है, जिसके बाद उसे और उसके परिवार के सभी सदस्यों को क्वारंटाइन कर दिया गया है. इसके अलावा पूरे मोहल्ले को पूरी तरह से सील करवाया जा रहा है.