देहरादून: प्रदेश में लेखा विभाग ने कर्मचारियों के रिकॉर्ड्स ऑनलाइन करने की कवायद तेज कर दी है. इस दिशा में विभाग जुलाई से कार्ययोजना शुरू करेगा, जिसमें कर्मियों के रिकॉर्ड समेत उनके बिल की भी ऑनलाइन व्यवस्था होगी.
कर्मचारियों की एचआरएमएस (Human Resource Management System) को ऑनलाइन कर पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए विभागीय लेखा की तरफ से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. आईएफएमएस (system irritates personnel from applying) के तहत ऑनलाइन की जाने वाली इस व्यवस्था को जुलाई से मूर्त रूप दिया जाएगा, जिससे कर्मियों को इसका लाभ मिल सके.
प्रदेश में अब कर्मचारियों के सभी रिकॉर्ड्स को ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए विभागीय लेखा निदेशालय ने डाटा सेंटर में कर्मचारियों के रिकॉर्ड से जुड़े विषयों पर होमवर्क करना शुरू कर दिया है. बता दें कि उत्तराखंड में एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली अप्रैल से लागू है, जिसके तहत पहले ही पेंशन और वेतन को ऑनलाइन व्यवस्था के तहत जारी करने पर काम चल रहा है. ऐसे में अब लेखा विभाग की अगली कोशिश कर्मचारियों के एचआरएमएस को ऑनलाइन कर सभी कर्मचारियों से जुड़े मामलों को सुविधाजनक बनाने के लिए आईएफएमएस (एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली) में जोड़ना है.
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खास बात यह है कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद कर्मचारियों से जुड़ी सभी जानकारियां ऑनलाइन होंगी. जिससे कर्मचारियों को अपने बिल और दूसरे सरकारी लाभ की जानकारी मिल सकेगी. हालांकि, आईएफएमएस प्रणाली में कुछ तकनीकी कमियां जरूर हैं. लेकिन आगामी दिनों में इन परेशानियों को दूर कर यदि एचआरएमएस को भी इसमें जोड़ा जाता है तो कर्मचारियों को इससे बेहद लाभ मिलेगा.
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विभागीय लेखा निदेशक पंकज तिवारी ने बताया कि जुलाई से कर्मचारियों के रिकॉर्ड्स को भी ऑनलाइन करने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा. साथ ही आईएफएमएस में इसे जोड़कर कर्मचारियों को लाभ देने की पूरी कोशिश की जाएगी.