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बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या ने बढ़ाई चिंता, मास्टर प्लान पर कब होगा काम ?

उत्तराखंड में बदरीनाथ को मास्टर प्लान के तहत विकसित किए जाने का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है. दरअसल, मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने करीब एक साल पहले बदरीनाथ धाम का दौरा उसे केदारनाथ के तर्ज पर विकसित करने की बात कही थी, लेकिन अभी मास्टर प्लान पर काम नहीं शुरू हो पाया है.

बदरीनाथ धाम (फाइल फोटो)
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Published : Jul 5, 2019, 3:14 PM IST

देहरादून: चारधाम यात्रा पर इस साल आने वाले श्रद्धालु केदारनाथ से ज्यादा बदरीनाथ धाम पहुंचे. यह संख्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ दौरे के बाद और भी बढ़ने लगी है. माना जा रहा है कि ऑल वेदर रोड बनने के बाद बदरीनाथ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है. ऐसे में मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्य बेहद ही धीमी गति से चल रहे हैं. ऐसे में सरकार ने चिंता व्यक्त की है.

मुख्य सचिव उत्पल कुमार और पर्यटन सचिव ने करीब 1 साल पहले ही बदरीनाथ का दौरा कर वहां की स्थितियों का जायजा लिया था, जिसके बाद बदरीनाथ के विकास को लेकर रूपरेखा तैयार करने की बात भी कही जा चुकी है. लेकिन एक साल बाद भी सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ा सकी है. मुख्य सचिव उत्पल कुमार का कहना है कि बदरीनाथ के विकास के लिए सरकार चिंतित है और इस दिशा में काम चल रहा है.

बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या ने बढ़ाई चिंता

पढ़ें- Budget 2019: टैक्स के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, जानें आप पर कितना पड़ेगा फर्क

सरकार का ये है मास्टर प्लान

  • बदरीनाम धाम में 500 मीटर लंबा और 30 फीट चौड़ा आस्था पथ बनाने का प्लान.
  • अलकनंदा नदी पर पुल निर्माण प्रस्तावित.
  • बदरीनाथ मंदिर से करीब 500 मीटर दूरी पर श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग रूम बनाए जाने का प्लान.
  • बदरीनाथ में इस साल पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर परिसर के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण का काम.
  • मंदिर परिसर में एलईडी लाइट लगाने का मास्टर प्लान.

देहरादून: चारधाम यात्रा पर इस साल आने वाले श्रद्धालु केदारनाथ से ज्यादा बदरीनाथ धाम पहुंचे. यह संख्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बदरीनाथ दौरे के बाद और भी बढ़ने लगी है. माना जा रहा है कि ऑल वेदर रोड बनने के बाद बदरीनाथ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है. ऐसे में मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्य बेहद ही धीमी गति से चल रहे हैं. ऐसे में सरकार ने चिंता व्यक्त की है.

मुख्य सचिव उत्पल कुमार और पर्यटन सचिव ने करीब 1 साल पहले ही बदरीनाथ का दौरा कर वहां की स्थितियों का जायजा लिया था, जिसके बाद बदरीनाथ के विकास को लेकर रूपरेखा तैयार करने की बात भी कही जा चुकी है. लेकिन एक साल बाद भी सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ा सकी है. मुख्य सचिव उत्पल कुमार का कहना है कि बदरीनाथ के विकास के लिए सरकार चिंतित है और इस दिशा में काम चल रहा है.

बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या ने बढ़ाई चिंता

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सरकार का ये है मास्टर प्लान

  • बदरीनाम धाम में 500 मीटर लंबा और 30 फीट चौड़ा आस्था पथ बनाने का प्लान.
  • अलकनंदा नदी पर पुल निर्माण प्रस्तावित.
  • बदरीनाथ मंदिर से करीब 500 मीटर दूरी पर श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग रूम बनाए जाने का प्लान.
  • बदरीनाथ में इस साल पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर परिसर के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण का काम.
  • मंदिर परिसर में एलईडी लाइट लगाने का मास्टर प्लान.
Intro:summary- उत्तराखंड में बद्रीनाथ को मास्टर प्लान के तहत विकसित किए जाने का काम बेहद धीमी गति में है... दरअसल 1 साल पहले मुख्य सचिव ने बद्रीनाथ का दौरा कर इसके केदारनाथ की तर्ज पर विकास को किए जाने की बात की थी.. लेकिन अब तक इस पर सरकार की तरफ से एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाया है...



केदारनाथ की तरह ही बद्रीनाथ को भी मास्टर प्लान के तहत विकसित किए जाने की जरूरत काफी लंबे समय से महसूस की जा रही है लेकिन इसकी सार्थकता को मानने के बाद भी सरकार इस पर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकी है।




Body:उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम ही पहुंचते हैं... यह संख्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बद्रीनाथ दौरे के बाद और भी बढ़ने लगी है। माना जा रहा है कि ऑल वेदर रोड बनने के बाद बद्रीनाथ में पहुंचने वाली रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओं की संख्या मौजूदा समय से कहीं ज्यादा बढ़ सकती है ....ऐसे में बद्रीनाथ को भी केदारनाथ की तर्ज पर विकसित किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है। हालांकि करीब 1 साल पहले ही मुख्य सचिव उत्पल कुमार और पर्यटन सचिव द्वारा बद्रीनाथ का दौरा कर वहां की स्थितियों का जायजा लिया जा चुका है और बद्रीनाथ के विकास को लेकर भी रूपरेखा तैयार करने की बात भी कही जा चुकी है...लेकिन अब करीब 1 साल बाद भी सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ा सकी है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार बताते हैं कि बद्रीनाथ के विकास के लिए सरकार चिंतित है और इस दिशा में काम चल रहा है। 


बाइट उत्पल कुमार मुख्य सचिव उत्तराखंड


सरकार के दावों पर यकीन करें तो बद्रीनाथ में केदारनाथ की तबाही कई काम किए जाएंगे इसमें 500 मीटर लंबा और 30 फीट चौड़ा आस्था पथ बनाने का भी प्लान है, इसके साथ अलकनंदा पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के चलते एक पुल निर्माण भी प्रस्तावित है जिसके बाद श्रद्धालु आसानी से बद्रीनाथ पहुंच सकेंगे। बद्रीनाथ में फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग रूम बनाए जाने की तैयारी चल रही है और बद्रीनाथ मंदिर से करीब 500 मीटर दूरी पर इस वेटिंग रूम के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। बद्रीनाथ में इस साल करीब साढे 800000 श्रद्धालु पहुंचे हैं जिनके आने वाले सालों में और भी बढ़ने की संभावना है। श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिहाज से बद्रीनाथ मंदिर परिसर के विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण की भी जरूरत है जो मास्टर प्लान के तहत किया जाएगा मंदिर परिसर में लाइट एल आकर इसको रोशनी से जगमग आने की भी मास्टर प्लान में तैयारी है। 




Conclusion:सरकार ने यदि जल्द ही मास्टर प्लान पर काम किया तो श्रद्धालुओं को आने वाले दिनों में बद्रीनाथ मंदिर एक अलग ही रूप में दिखाई देगा हालांकि जरूरत है कि सरकार बद्रीनाथ में मास्टर प्लान को इंप्लीमेंट करने के लिए तेजी दिखाएं और केंद्र से भी इसके लिए तेजी दिखाई जाए। 

पीटीसी नवीन उनियाल देहरादून
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