देहरादून:कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से बीती 24 मार्च को देश में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया था. ऐसे में तब से लेकर अब तक हर आम और खास के लिए कोरोना संक्रमण चर्चा का विषय बना हुआ है. कोरोना संक्रमण और उससे जुड़े खतरों को लेकर लोग कितने जागरूक हैं, इस बात को समझने के लिए ईटीवी भारत ने राजधानी देहरादून की सड़कों पर एक रियलिटी चेक किया. जिसमें हमने लोगों से ये जानने की कोशिश की कि आखिर कोरोना को लेकर वे कितने जागरूक हैं और इसके लिए वे क्या एहतियात बरत रहे हैं?
रियलिटी चेक के दौरान ईटीवी भारत ने देहरादून शहर के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचकर लोगों से कोरोना और उसके संक्रमण के विषय पर बात की. इस दौरान हमने पाया की राजधानी के लोग कोरोना को लेकर काफी हद तक जागरूक हैं. यहां लोग मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर कर रहे हैं. मगर, बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न के बराबर हैं.
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वहीं, दूसरी तरफ रियलिटी चेक में हमने यह भी पाया कि लोगों में कोरोना का काफी भय है. लोग कोरोना को एक ऐसी बीमारी के तौर पर लेकर चल रहे हैं जो कि जानलेवा है, वहीं दूसरी तरफ लोगों को अभी भी कोरोना संक्रमण के लक्षणों के विषय में काफी कम जानकारी है. ऐसे में इस अज्ञानता की स्थिति में कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है.
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बहरहाल, इसमें कोई दो राय नहीं कि केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार लगातार कोरोना संक्रमण और कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में विभिन्न माध्यमों से आम जनता को जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं. मगर, हमारे रियलिटी चेक में जो स्थिति उभरकर सामने आई उसे देखकर यही लगता है कि सरकार को कोरोना के विषय में जागरूकता अभियान और तेज करने की जरूरत है.
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गौरतलब है कि देश के साथ ही प्रदेश में भी दिन पर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. देश में संक्रमित लोगों की संख्या 10,03,832 तक पहुंच चुकी है. इस महामारी से देश में अबतक 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3700 का आंकड़ा पार पहुंच चुकी है.