देहरादून: बीती रात वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी बीएल सकलानी का हृदय गति रुकने से निधन हो गया. बीएल सकलानी 76 वर्ष के थे. वे डालनवाला क्षेत्र के रहने वाले थे. राज्य आंदोलनकारियों ने बीएल सकलानी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
बताया जा रहा है कि बीती रात बीएल सकलानी को हार्ट अटैक आया. जिसके बाद उन्हें दून अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. राज्य आंदोलनकारी रहे बीएल सकलानी के अचानक निधन पर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने न्यायिक जांच की मांग उठाई है. धीरेंद्र प्रताप का कहना है कि सरकारी उत्पीड़न उनकी मौत के लिए जिम्मेदार है.
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बता दें कि 2 दिन पहले कचहरी स्थित शहीद स्थल पर बने मंदिर में आंदोलनकारी बीएल सकलानी ने पेट्रोल की बोतल के साथ अपने आप को शहीद स्मारक में कैद कर लिया था. इस दौरान पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद मंदिर के दरवाजे की चेन काटकर आंदोलनकारी को बाहर निकाला था. सकलानी के खिलाफ पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते हुए उनका चालान भी किया था. उनके आकस्मिक निधन से राज्य आंदोलनकारियों में शोक की लहर दौड़ गई है.
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राज्य आंदोलनकारी बीएल सकलानी के निधन से उत्तराखंड क्रांति दल में भी शोक की लहर है. बता दें बीएल सकलानी राज्य आंदोलन के प्रति समर्पित थे. वे शहंशाही इंटर कॉलेज में कर्मचारी थे. उनके पास उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दस्तावेजों का संकलन भी था. जिसे उन्होंने संस्कृति विभाग को सौंपा था ताकि राज्य आंदोलन का संग्रह करके आने वाली पीढ़ियों को पढ़ाया जा सके. उनके अकस्मात निधन पर उत्तराखंड क्रांति दल ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर याद किया.