देहरादून: उत्तराखंड में सरकारी अस्पताल कितनी बदतर स्थिति में है, इससे देखने के लिए किसी पहाड़ी जिले में जाने की जरुरत नहीं है, बल्कि इसका एक उदाहरण सूबे के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दून हॉस्पिटल के आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) में देखने को मिल सकते है. क्योंकि इन दिनों आईसीयू में छत से बरसात का पानी अंदर आ रहा है.
आईसीयू में बरसात का पानी आने से वहां भर्ती मरीजों के साथ मेडिकल स्टॉफ को भी परेशानियों को सामना करना पड़ता है. आईसीयू में रखी मशीनों में भी पानी भर गया है, जिस कारण मशीनों में करट दौड़ रहा है. मामले की सूचना मिलते ही दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केके टम्टा आईसीयू का निरीक्षण किया.
पढ़ें- दयारा बुग्याल में कल मनाया जाएगा बटर फेस्टिवल, दही और मक्खन से खेली जाएगी होली
टम्टा ने बताया कि इस बारे में उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से वार्ता की. करंट लगने से किसी प्रकार की जनहानि न हो इसलिए एहतियात के तौर पर जिस कोने से बरसात का पानी आ रहा है, उस तरफ से बेड हटाकर दूसरी ओर शिफ्ट कर दिए गए हैं.
टम्टा के मुताबिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, जेई, और एई को एस्टिमेट बनाने के लिए कहा गया है. ताकि आईसीयू की जल्दी से जल्दी मरम्मत कराई जा सके. पुरानी इमारत होने की वजह से जब तक यह पता नहीं चल पाएगा कि पानी कहां से आ रहा है, तब तक कुछ नहीं किया जा सकता है.
पढ़ें- बर्बाद हो रहे करोड़ों के सेब, सड़क खराब होने के चलते नहीं हो पा रही ट्रकों की आवाजाही
बता दें कि दून अस्पताल में वैसे तो गहन चिकित्सा कक्ष को 5 बेडों से सुसज्जित किया हुआ है, लेकिन अस्पताल में सीरियस मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने की वजह से 5 बेड भी अपर्याप्त हैं. आईसीयू के भीतर बरसात का पानी घुसने के बाद करंट लगने की आशंका के चलते दो बेड ब्लॉक कर दिए गए हैं.