ऋषिकेश: ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत एक ब्रिज का निर्माण कार्य किया जा रहा है. रविवार देर शाम ब्रिज अचानक भरभराकर गिर गया. घटना में ब्रिज के नीचे काम कर रहे 14 मजदूर दब गए, जिसमें से एक मजदूर की मौत हो गई. ईटीवी भारत संवाददाता ने मौके पर जाकर हादसे की परत-दर-परत जानने की कोशिश की. इस मामले में हर कोई चुप्पी साधा हुआ है, लेकिन खामियों से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. ब्रिज गिरने को लेकर कौन जिम्मेदार है, इसके लिए आवाज मुखर होने लगी है.
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर ऑल वेदर रोड के अंतर्गत बनाया जा रहा निर्माणाधीन ब्रिज अचानक भरभरा कर गिर गया. जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई और 13 लोग घायल हो गए. जिनमें से चार से पांच लोगों की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है. घायलों का ऋषिकेश एम्स में उपचार चल रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के सचिव आरके सुधांशु ने भी जांच के आदेश दे दिए हैं. ब्रिज के गिरने के बाद निर्माण एजेंसियों के साथ-साथ अधिकारियों की कार्यशैली पर भी कई सवाल उठ रहे हैं.
हादसे के दौरान 14 मजदूरों के साथ इसरार भी इसी ब्रिज पर कार्य कर रहा था. इसरार ने बताया कि कार्य के दौरान अचानक ब्रिज हिलने लगा, तभी उसने हादसे की आशंका को देखते हुए ब्रिज से छलांग लगा दी. उसने कहा कि यह कार्य पहले की तरह आधे बने ब्रिज पर किया जा रहा था. लेकिन ब्रिज कैसे गिर गया इसका अंदाजा नहीं लग सका. हादसे की भयावह तस्वीर से वह काफी खौफजदा है.
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बता दें कि, ईटीवी भारत की टीम सुबह 6 बजे ही मौके पर पहुंच गई थी लेकिन अधिकारी 8 बजे के बाद घटनास्थल पहुंचे. इससे इस मामले की गंभीरता अधिकारी कितना ले रहे हैं, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है. अभी और भी तरह की खामियां इस मामले में निकल सकती हैं. अब देखना यह होगा कि जांच के लिए नियुक्त किए गए जांच अधिकारी अपनी जांच रिपोर्ट में क्या जानकारी देते हैं. वहीं, दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है.