ऋषिकेश: उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग सड़कें बनानें के दौरान गुणवत्ता को ताक पर रखे हुए है. जिसका ताजा उदाहरण बैराज रोड पर देखने को मिला है. दरअसल पांच किलोमीटर हिस्से का निर्माण हुए अभी सिर्फ चंद दिन ही हुए हैं, लेकिन सड़क बनते ही उस पर गड्ढ़े होना शुरू हो गए हैं. जिससे आवागमन के दौरान वाहन सवारों को हमेशा हादसा होने का खतरा बना रहता है. तो वहीं, पीडब्ल्यूडी ने भी हादसों से बचने के लिए गड्ढों के इर्द-गिर्द ईंटे रखकर नई तरकीब निकाली है.
दरअसल, करीब दो करोड़ रुपये की लागत से पीडब्ल्यूडी की ऋषिकेश अस्थायी डिविजन ने जी 20 कार्यक्रम के नाम पर पांच किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण किया है. बैराज, एम्स और आईडीपीएल से होकर गुजरने वाली सड़क का निर्माण पहले ही विवादों में था. वहीं, अब बैराज रोड पर गड्ढे होने से पीडब्ल्यूडी की पोल भी खोलकर रख दी है. गुणवत्ता को लेकर क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी निर्माण के दौरान सवाल उठाए थे. उन्होंने अधिकारियों को इस बाबत सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए थे.
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स्थानीय निवासी रवि जैन ने बताया कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता में कमी की शिकायत उन्होंने लगातार विभाग से की है, लेकिन विभाग ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया है. आलम ये है कि सड़क बने हुए चंद दिन ही हुए हैं, लेकिन पूरा मार्ग गड्ढे में तब्दील हो गया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर कई सवाल भी खड़े किए हैं. वहीं, अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस रोड से सीवर लाइन गुजर रही है, इसलिए लाइन के लीकेज होने से गड्ढा हुआ है, जिसकी मरम्मत कराई जा रही है.
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