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ऋषिकेश: गंगा की लहरों पर योग साधक ने 30 मिनट तक किया शीर्षासन, पूरी दुनिया रह गई हैरान - विश्व योग दिवस

पुरुषोत्तम शर्मा का सपना था कि वे कुछ अलग तरह का योग करें. ताकि उसे देखने के बाद लोगों में योग को जानने के लिए उत्सुकता बढ़े और लोग जाने की योग इस तरह का भी हो सकता है.

पुरुषोत्तम शर्मा
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Published : Jun 21, 2019, 5:48 PM IST

Updated : Jun 21, 2019, 8:17 PM IST

ऋषिकेश: अद्भुत, अविश्वसनीय और अकल्पनीय योग साधकों की वजह से ही ऋषिकेश को योग की राजधानी कहा जाता है. 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया भर में लोगों ने योग किया, लेकिन तीर्थनगरी ऋषिकेश में योग साधक पुरुषोत्तम शर्मा का गंगा की लहरों में अनोखा योग देख हर कोई हैरत में पड़ गया. ऋषिकेश में पहली बार किसी योग साधक ने गंगा की लहरों पर योग कर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया. जिसने भी इस योग साधक को देखा वह अचंभित रह गया.

International yoga day
पुरुषोत्तम शर्मा, योग साधक

पढ़ें- ईटीवी भारत पर बोले आयुष मंत्री हरक सिंह, योग के प्रचार प्रसार में धन की कमी ने रोके हाथ

5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर ऋषिकेश में पहली बार ऐसा देखने को मिला जब किसी व्यक्ति ने गंगा की लहरों पर योग किया. योग साधक पुरुषोत्तम शर्मा ने करीब 30 मिनट तक गंगा की लहरों पर शीर्षासन किया. इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक कठिन तपस्या की है. जिसके बाद उन्होंने इस करतब को अंजाम दिया.

पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि ऋषिकेश को ऐसे ही योग की राजधानी नहीं कहा जाता है. यहां पर योग और योगाचार्यों में विविधताएं पाई जाती हैं. आज के योग आसन जिम्नास्टिक तरीके के हो गए हैं, जबकि योग जिम्नास्टिक जैसे आसन नहीं हैं. योग एक साधना है. यही कारण है कि उन्होंने आज गंगा की लहरों पर योग साधना की है.

गंगा में योग साधन

पढ़ें- LIVE NEWS: भारत संग पूरी दुनिया ने किया योग- पीएम मोदी ने किए आसन

पुरुषोत्तम शर्मा का सपना था कि वे कुछ अलग तरह का योग करें. ताकि उसे देखने के बाद लोगों में योग को जानने के लिए उत्सुकता बढ़े और लोग जानें कि योग इस तरह का भी हो सकता है.

यही कारण है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गंगा की लहरों पर योग किया. इसके लिए वे काफी समय से अभ्यास कर रहे थे. गंगा की लहरों पर शीर्षासन करना बेहद चुनौतीपूर्ण था. क्योंकि लहरों पर बैलेंस बनाना काफी कठिन होता है, लेकिन इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक कठिन अभ्यास किया था. जिसके बाद वे यह कर पाएं.

International yoga day
गा की लहरों पर अनोखा योग.

पढ़ें- YOGA DAY: पीएम मोदी बोले- योग सबका है, इसे जीवन का हिस्सा बनाना जरूरी

गंगा की लहरों पर शीर्षासन करने के लिए पुरुषोत्तम ने एक विशेष तरह की राफ्ट तैयार की थी. जो पीवीसी पाइप, गद्दे और एक टेबल से तैयार की गई थी. जिसपर उन्होंने शीर्षासन किया. पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि उन्होंने धरती और जल में योग साधना कर ली है. अब वे जल्द ही हवा में योग साधना करके एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे.

ऋषिकेश: अद्भुत, अविश्वसनीय और अकल्पनीय योग साधकों की वजह से ही ऋषिकेश को योग की राजधानी कहा जाता है. 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया भर में लोगों ने योग किया, लेकिन तीर्थनगरी ऋषिकेश में योग साधक पुरुषोत्तम शर्मा का गंगा की लहरों में अनोखा योग देख हर कोई हैरत में पड़ गया. ऋषिकेश में पहली बार किसी योग साधक ने गंगा की लहरों पर योग कर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया. जिसने भी इस योग साधक को देखा वह अचंभित रह गया.

International yoga day
पुरुषोत्तम शर्मा, योग साधक

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5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर ऋषिकेश में पहली बार ऐसा देखने को मिला जब किसी व्यक्ति ने गंगा की लहरों पर योग किया. योग साधक पुरुषोत्तम शर्मा ने करीब 30 मिनट तक गंगा की लहरों पर शीर्षासन किया. इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक कठिन तपस्या की है. जिसके बाद उन्होंने इस करतब को अंजाम दिया.

पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि ऋषिकेश को ऐसे ही योग की राजधानी नहीं कहा जाता है. यहां पर योग और योगाचार्यों में विविधताएं पाई जाती हैं. आज के योग आसन जिम्नास्टिक तरीके के हो गए हैं, जबकि योग जिम्नास्टिक जैसे आसन नहीं हैं. योग एक साधना है. यही कारण है कि उन्होंने आज गंगा की लहरों पर योग साधना की है.

गंगा में योग साधन

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पुरुषोत्तम शर्मा का सपना था कि वे कुछ अलग तरह का योग करें. ताकि उसे देखने के बाद लोगों में योग को जानने के लिए उत्सुकता बढ़े और लोग जानें कि योग इस तरह का भी हो सकता है.

यही कारण है कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गंगा की लहरों पर योग किया. इसके लिए वे काफी समय से अभ्यास कर रहे थे. गंगा की लहरों पर शीर्षासन करना बेहद चुनौतीपूर्ण था. क्योंकि लहरों पर बैलेंस बनाना काफी कठिन होता है, लेकिन इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक कठिन अभ्यास किया था. जिसके बाद वे यह कर पाएं.

International yoga day
गा की लहरों पर अनोखा योग.

पढ़ें- YOGA DAY: पीएम मोदी बोले- योग सबका है, इसे जीवन का हिस्सा बनाना जरूरी

गंगा की लहरों पर शीर्षासन करने के लिए पुरुषोत्तम ने एक विशेष तरह की राफ्ट तैयार की थी. जो पीवीसी पाइप, गद्दे और एक टेबल से तैयार की गई थी. जिसपर उन्होंने शीर्षासन किया. पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि उन्होंने धरती और जल में योग साधना कर ली है. अब वे जल्द ही हवा में योग साधना करके एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे.

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summary--ऋषिकेश में पुरुषोत्तम शर्मा नाम के एक योग साधक ने किया अद्भुत कारनामा,अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर गंगा की तेज लहरों पर किया योग साधना

ऋषिकेश-- अद्भुत अविश्वसनीय अकल्पनीय योग साधकों की वजह से ही ऋषिकेश को योग का कैपिटल बनाया गया है, जी हां ऋषिकेश में पहली बार किसी योग साधक ने गंगा की लहरों पर योग की साधना कर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया जिसने भी इस योग साधक को देखा वह अचंभित रह गया।


Body:वी/ओ/- ऋषिकेश में गंगा की तेज लहरों पर आधे घंटे तक योग साधना करने के बाद पुरुषोत्तम शर्मा नाम के व्यक्ति ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है पुरुषोत्तम शर्मा ने 30 मिनट तक गंगा की लहरों पर शीर्षासन किया है इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक कठिन तपस्या की है जिसके बाद उन्होंने इस कारनामे को अंजाम दिया पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि ऋषिकेश को योग के अंतर राष्ट्रीय राजधानी इसीलिए कहीं जाती है क्योंकि यहां पर योग और योगाचार्यों में विविधताएं पाई जाती है उन्होंने कहा कि आज का योग आशन जिमनास्ट के तरीके का हो गया है जबकि योग के लिए जिम्नास्ट जैसे आसन नही है बल्कि योग एक साधना है यही कारण है कि उन्होंने आज गंगा की लहरों पर योग साधना की है।

वी/ओ--पुरुषोत्तम शर्मा का सपना था कि वे कुछ अलग तरह का योग करें ताकि उसे देखने के बाद लोगों में योग को जानने के लिए उत्सुकता बढ़े और लोग जाने की योग इस तरह का भी हो सकता है,यही कारण है कि पुरुषोत्तम ने गंगा की लहरों पर योग साधना करने की ठानी और इस साधना को अंजाम तक पंहुचाया,उन्होंने बताया कि गंगा की लहरों पर शीर्षासन करना बेहद चुनौतीपूर्ण था क्यों की लहरों पर बैलेंस बनाना काफी कठिन होता है लेकिन इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक कठिन अभ्यास किया था जिसके बाद वह यहां कर पाए।


Conclusion:वी/ओ-- गंगा की लहरों पर शीर्षासन करने के लिए पुरुषोत्तम ने एक विशेष तरह की राफ्ट तैयार की जिसमें पीवीसी पाइप एक गद्दा और एक टेबल को असेंबल कर एक विशेष राफ्ट बनाई थी जिसपर उन्होंने शीर्षासन किया, पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि ऋषिकेश की धरती महर्षि महेश योगी शिवानंद जैसे योगियों की धरती रही है यहां पर योग को कुछ अलग तरह से दर्शाना चाहिए,पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि उन्होंने धरती और जल में योग साधना कर ली है अब वे जल्द ही हवा में योग साधना करे एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे।

बाईट--पुरुषोत्तम शर्मा(योग साधक)
Last Updated : Jun 21, 2019, 8:17 PM IST
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