देहरादून: प्रदेश में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं को संपन्न करवाना फिलहाल शिक्षा विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. बताया जा रहा है कि विभाग के पास दोनों बोर्ड परीक्षाओं को करवाने के लिए बजट की कमी है, जिसके कारण ये दोनों बोर्ड परीक्षाएं अधर में लटकी हुई हैं. वहीं, छात्रों की पढ़ाई का भी काफी नुकसान हो रहा है.
उत्तराखंड में दसवीं और बारहवीं की कुछ बोर्ड परीक्षाएं अभी भी रह गई हैं. शिक्षा विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, इन बोर्ड परीक्षाओं को पूरा कराने के लिए उसके पास बजट का अभाव है. ये परीक्षाएं कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन के चलते बीच में ही रोक दी गई थीं. अब लॉकडाउन में हर तरह की छूट मिल गई है. उम्मीद थी कि विभाग इन बची हुई परीक्षाओं को जल्द संपन्न करा लेगा. लेकिन बजट के अभाव के चलते इन परीक्षाओं पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं.
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दरअसल, परीक्षा कराने के लिए विभाग को स्कूलों को सैनेटाइज करने और कोरोना वायरस के चलते छात्रों में सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था करवाने के लिए शिक्षा विभाग ने केंद्र सरकार से 1 करोड़ रुपए के बजट की डिमांड की है. उधर, विभाग का कहना है, कि प्रदेश में कई स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में अभी बोर्ड परीक्षाएं कराना मुमकिन नहीं है. विभाग ने बताया कि इसके जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है.