देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेशभर में कर्फ्यू लगाया है. कोरोना कर्फ्यू के कारण सभी वर्ग के लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. इसी कड़ी में चारधाम यात्रा के स्थगित होने से गढ़वाल मंडल विकास निगम को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है. इस साल चारधाम यात्रा के आगाज से पहले ही जीएमवीएन के गेस्ट हाउस की तीन करोड़ से ज्यादा की एडवांस बुकिंग मिल चुकी थी. लोगों ने बुकिंग ऑनलाइन माध्यम से कराया था, लेकिन चारधाम यात्रा को कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्थगित कर दिया गया है. ऐसे में लोगों ने अपनी एडवांस बुकिंग कैंसिल कराना शुरू कर दिया है. जिससे जीएमवीएन को खासा नुकसान हो रहा है.
गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के प्रबंध निदेशक आशीष चौहान ने बताया कि अब तक 3.5 करोड़ की एडवांस बुकिंग में से 25 लाख से ज्यादा की एडवांस बुकिंग कैंसिल हो चुकी है. बुकिंग कैंसिल का दौर लगातार जारी है. जिसकी वजह से निगम प्रबंधन को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है. इस स्थिति में बुकिंग कैंसिल की संख्या कम हो इस बात को ध्यान में रखते हुए निगम प्रबंधन अपने उपभोक्ताओं से बुकिंग कैंसिल न कराने की अपील कर रहा है. साथ ही उपभोक्ताओं को एडवांस बुकिंग कैंसिल न करने की स्थिति में अगले 2 सालों तक पुराने रेट पर बुकिंग देने का विकल्प भी दिया जा रहा है.
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गौरतलब है कि, पिछले साल कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के बीच गढ़वाल मंडल विकास निगम को करीब 50 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ था. ऐसे में इस वर्ष गढ़वाल मंडल विकास निगम को ये उम्मीद थी कि कोरोना के मामले कम होने पर लोग ज्यादा संख्या में चारधाम यात्रा का रुख करेंगे. लेकिन अब कोरोना के बढ़ने मामलों के बीच चारधाम यात्रा के स्थगित होने से निगम प्रबंधन की यह उम्मीद भी पूरी तरह टूट चुकी है. वही आगे अब सबसे बड़ी चुनौती कर्मचारियों को समय पर वेतन देने की है. जिसकी संख्या प्रदेश में लगभग 6 हजार के आसपास है.