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दून अस्पताल में पोस्ट कोविड OPD जल्द, यूएसनगर में ऑक्सीजन से लैस हो रहे अस्पताल

कोरोना से रिकवर हुए मरीजों के लिए दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्ट कोविड ओपीडी शुरू की जाएगी. जबकि, सर्दियों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर स्वास्थ विभाग ने उधम सिंह नगर के सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन से लैस कर दिया है.

doon medical college
पोस्ट कोविड ओपीडी
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Published : Oct 26, 2020, 7:40 PM IST

देहरादून/काशीपुरः सूबे में बीते कई दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले कम आ रहे हैं. जिससे शासन-प्रशासन ने राहत ली है, लेकिन त्योहार सीजन में कोरोना के फैलने से इनकार नहीं किया जा सकता है. जबकि, सर्दियों में कोरोना संक्रमण की बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. जिसे लेकर उधम सिंह नगर जिले के तीन बड़े सरकारी अस्पतालों के प्रत्येक बेड को ऑक्सीजन से लैस किया जा रहा है. वहीं, दून मेडिकल कॉलेज अस्पातल में कोरोना से रिकवर हुए मरीजों के लिए पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है.

दून मेडिकल कॉलेज में पोस्ट कोविड ओपीडी खोलने की कवायद
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना से रिकवर हुए मरीजों के लिए पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है. पोस्ट कोविड ओपीडी से हृदय, सांस फूलने, डिप्रेशन से जूझ रहे मरीजों को राहत मिलेगी. बता दें कि कोरोना काल में कोविड डेडिकेटेड दून अस्पताल में कई संक्रमित मरीजों का इलाज किया गया, लेकिन कुछ संक्रमित मरीजों में थकान, सांस फूलने जैसी प्रॉब्लम देखी जा रही है. ऐसे मरीजों की समस्याओं का निदान करने के लिए दून अस्पताल में पोस्ट कोविड ओपीडी शुरू करने पर विचार किया जा रहा है.

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के टीबी चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक एक हफ्ते के भीतर पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरू की जा सकती है. इसमें जो मरीज कोरोना से रिकवर हो गए हैं, उनकी प्रॉब्लम का निदान किया जाएगा. ओपीडी में चेस्ट, कार्डियक से संबंधित डॉक्टर रिकवर हुए मरीजों की समस्याओं को जांचेंगे. यदि उनमें थकान, सांस फूलने, डिप्रेशन जैसी दिक्कतें आ रही है तो ऐसे मरीजों का पोस्ट कोविड ओपीडी में बेहतर इलाज किया जा सकेगा. हालांकि, ओपीडी खोले जाने का फैसला स्टेट सेक्रेटरी की तरफ से लिया जाना है, क्योंकि, शासन से ही दून अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया गया था.

दरअसल, एक बार कोरोना होने के बाद संबंधित व्यक्ति के शरीर पर इसका लंबा असर रहता है. ऐसे लोगों में सिर दर्द, डिप्रेशन जैसी शिकायतें देखने को मिल रही है. कुछ मरीजों में कमजोरी और सांस फूलने की समस्याएं भी सामने आ रही है. ऐसे में दोनों अस्पताल में पोस्ट कोविड ओपीडी यदि खुलती है तो संक्रमण से रिकवर हुए मरीजों की शिकायतों का निदान हो सकेगा. वर्तमान में दून अस्पताल में 70 के आसपास कोविड मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः AIIMS ऋषिकेश में सभी OPD फिर से हुईं शुरू

त्योहारी सीजन में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका, DM आशीष श्रीवास्तव ने दिए ये निर्देश
कोरोना संकट के बीच त्योहारों के चलते बाजारों में लगातार भीड़ बढ़ रही है. ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाने का ज्यादा खतरा है. जिला और पुलिस प्रशासन लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है तो वहीं, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने आम जनता से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने की अपील की है. साथ ही सावधानी के साथ त्योहार मनाने को कहा है.

डीएम की सतर्क रहने की अपील.

बाजारों में जाते समय कोविड गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है कि वो अपने क्षेत्र में आम जनता और दुकानदारों से गाइडलाइन का पालन कराएं. साथ ही कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना जरूरी है. सैनिटाइजर और साबुन से हाथ साफ करते रहें. शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना भी बेहद जरूरी है. यह सभी की जिम्मेदारी भी होगी.

ये भी पढ़ेंः AIIMS ऋषिकेश ने की मास्क बैंक की शुरुआत, जरूरतमंदों तक पहुंचेगा मास्क

सर्दियों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर अलर्ट पर स्वास्थ विभाग
सर्दियों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर स्वास्थ विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है. जिसके चलते विभाग उधमसिंह नगर जिले के तीन बड़े सरकारी अस्पतालों के प्रत्येक बेड को ऑक्सीजन से लैस करने की तैयारी में जुट गया है. संभावना जताई जा रही है कि अधिक ठंड होने पर कोरोना संक्रमितों की संख्या में खासा इजाफा हो सकता है.

दरअसल, इस साल मार्च महीने में शुरू हुए कोरोना संक्रमण से संक्रमित लोगों का रुद्रपुर कोविड केयर सेंटर के अलावा हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज किया जा रहा था, लेकिन जब कोरोना संक्रमित बढ़े तो स्वास्थ विभाग ने काशीपुर, रुद्रपुर में कई होटलों को कोविड केयर सेंटर बना दिया था. अब जब कोरोना संक्रमण पर थोड़ा ब्रेक लगा तो होटलों में बनाए गए कोविड केयर सेंटर को बंद कर दिया गया. बावजूद इसके स्वास्थ विभाग का मानना है कि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 200 बेड वाले रुद्रपुर के जिला अस्पताल, 95 बेड वाले एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल और 100 बेड वाले खटीमा के सरकारी अस्पताल को ऑक्सीजन युक्त करने की तैयारी की जा रही है. जिला योजना के अंतर्गत बिछाई जा रही ऑक्सीजन पाइप लाइन प्रत्येक बेड तक पहुंचाई जा रही है.

देहरादून/काशीपुरः सूबे में बीते कई दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले कम आ रहे हैं. जिससे शासन-प्रशासन ने राहत ली है, लेकिन त्योहार सीजन में कोरोना के फैलने से इनकार नहीं किया जा सकता है. जबकि, सर्दियों में कोरोना संक्रमण की बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. जिसे लेकर उधम सिंह नगर जिले के तीन बड़े सरकारी अस्पतालों के प्रत्येक बेड को ऑक्सीजन से लैस किया जा रहा है. वहीं, दून मेडिकल कॉलेज अस्पातल में कोरोना से रिकवर हुए मरीजों के लिए पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है.

दून मेडिकल कॉलेज में पोस्ट कोविड ओपीडी खोलने की कवायद
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना से रिकवर हुए मरीजों के लिए पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है. पोस्ट कोविड ओपीडी से हृदय, सांस फूलने, डिप्रेशन से जूझ रहे मरीजों को राहत मिलेगी. बता दें कि कोरोना काल में कोविड डेडिकेटेड दून अस्पताल में कई संक्रमित मरीजों का इलाज किया गया, लेकिन कुछ संक्रमित मरीजों में थकान, सांस फूलने जैसी प्रॉब्लम देखी जा रही है. ऐसे मरीजों की समस्याओं का निदान करने के लिए दून अस्पताल में पोस्ट कोविड ओपीडी शुरू करने पर विचार किया जा रहा है.

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के टीबी चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक एक हफ्ते के भीतर पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरू की जा सकती है. इसमें जो मरीज कोरोना से रिकवर हो गए हैं, उनकी प्रॉब्लम का निदान किया जाएगा. ओपीडी में चेस्ट, कार्डियक से संबंधित डॉक्टर रिकवर हुए मरीजों की समस्याओं को जांचेंगे. यदि उनमें थकान, सांस फूलने, डिप्रेशन जैसी दिक्कतें आ रही है तो ऐसे मरीजों का पोस्ट कोविड ओपीडी में बेहतर इलाज किया जा सकेगा. हालांकि, ओपीडी खोले जाने का फैसला स्टेट सेक्रेटरी की तरफ से लिया जाना है, क्योंकि, शासन से ही दून अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया गया था.

दरअसल, एक बार कोरोना होने के बाद संबंधित व्यक्ति के शरीर पर इसका लंबा असर रहता है. ऐसे लोगों में सिर दर्द, डिप्रेशन जैसी शिकायतें देखने को मिल रही है. कुछ मरीजों में कमजोरी और सांस फूलने की समस्याएं भी सामने आ रही है. ऐसे में दोनों अस्पताल में पोस्ट कोविड ओपीडी यदि खुलती है तो संक्रमण से रिकवर हुए मरीजों की शिकायतों का निदान हो सकेगा. वर्तमान में दून अस्पताल में 70 के आसपास कोविड मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.

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त्योहारी सीजन में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका, DM आशीष श्रीवास्तव ने दिए ये निर्देश
कोरोना संकट के बीच त्योहारों के चलते बाजारों में लगातार भीड़ बढ़ रही है. ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाने का ज्यादा खतरा है. जिला और पुलिस प्रशासन लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है तो वहीं, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने आम जनता से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने की अपील की है. साथ ही सावधानी के साथ त्योहार मनाने को कहा है.

डीएम की सतर्क रहने की अपील.

बाजारों में जाते समय कोविड गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है कि वो अपने क्षेत्र में आम जनता और दुकानदारों से गाइडलाइन का पालन कराएं. साथ ही कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना जरूरी है. सैनिटाइजर और साबुन से हाथ साफ करते रहें. शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना भी बेहद जरूरी है. यह सभी की जिम्मेदारी भी होगी.

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सर्दियों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर अलर्ट पर स्वास्थ विभाग
सर्दियों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर स्वास्थ विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है. जिसके चलते विभाग उधमसिंह नगर जिले के तीन बड़े सरकारी अस्पतालों के प्रत्येक बेड को ऑक्सीजन से लैस करने की तैयारी में जुट गया है. संभावना जताई जा रही है कि अधिक ठंड होने पर कोरोना संक्रमितों की संख्या में खासा इजाफा हो सकता है.

दरअसल, इस साल मार्च महीने में शुरू हुए कोरोना संक्रमण से संक्रमित लोगों का रुद्रपुर कोविड केयर सेंटर के अलावा हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज किया जा रहा था, लेकिन जब कोरोना संक्रमित बढ़े तो स्वास्थ विभाग ने काशीपुर, रुद्रपुर में कई होटलों को कोविड केयर सेंटर बना दिया था. अब जब कोरोना संक्रमण पर थोड़ा ब्रेक लगा तो होटलों में बनाए गए कोविड केयर सेंटर को बंद कर दिया गया. बावजूद इसके स्वास्थ विभाग का मानना है कि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 200 बेड वाले रुद्रपुर के जिला अस्पताल, 95 बेड वाले एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल और 100 बेड वाले खटीमा के सरकारी अस्पताल को ऑक्सीजन युक्त करने की तैयारी की जा रही है. जिला योजना के अंतर्गत बिछाई जा रही ऑक्सीजन पाइप लाइन प्रत्येक बेड तक पहुंचाई जा रही है.

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