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तीरथ की ताजपोशी होते ही बदले राजनीतिक समीकरण, कांग्रेस को भी दिखने लगी उम्मीद की किरण

उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को जहां बीजेपी अपने लिए फायदे का सौदा मान रही है, तो वहीं इस मुद्दे को कांग्रेस भी भुनाने की कोशिश में लगी हुई है.

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Published : Mar 12, 2021, 10:55 AM IST

Updated : Mar 12, 2021, 2:58 PM IST

Uttarakhand BJP
तीरथ की तोजपोशी होते ही बदले राजनीतिक समीकरण

देहरादून: उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने के बाद कई राजनीतिक समीकरण बदले जाने की बात कही जा रही है. एक तरफ भाजपा इसे आने वाले विधानसभा 2022 के लिए शुभ संकेत मान रही है तो कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में इस राजनीतिक घटनाक्रम से कांग्रेस की सत्ता में राह को आसान बता रही है.

प्रदेश में चुनाव से ठीक एक साल पहले जिस तरह भाजपा ने अपनी सरकार के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कुर्सी से हटाया उससे साफ है कि राज्य में भाजपा के अंदर राजनीतिक भूचाल तेज था और इसके कभी भी फटने की संभावना को देखते हुए ही पार्टी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को कुर्सी से बेदखल कर दिया. इसके बाद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया है, लेकिन इस बदले हुए समीकरण से राजनीतिक समीकरण कितने बदल पाएंगे यह अब भी बहस का मुद्दा बना हुआ है.

तीरथ की तोजपोशी होते ही बदले राजनीतिक समीकरण.

ये भी पढ़ें: सीएम तीरथ सिंह रावत का बड़ा ऐलान, सब ठीक रहा तो बिना कोविड रिपोर्ट के आ सकेंगे कुंभ

भाजपा के वरिष्ठ विधायक बिशन सिंह चुफाल कहते हैं कि इस बदले में समीकरण से भाजपा को निश्चित रूप से फायदा होगा और ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य में अब कार्यकर्ताओं में और भी ज्यादा उत्साह आएगा. जिससे पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव 2022 जितना और आसान होगा.

ये भी पढ़ें: कुंभ के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन को सजाया गया, दिखी आध्यात्मिक संस्कृति और विरासत की झलक

इस घटनाक्रम से कांग्रेस भी कम उत्साहित नहीं है. कांग्रेस इसलिए उत्साहित हैं. क्योंकि इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस मानती है कि प्रदेश में जनता को भाजपा के प्रति जो मोह था वह भी भंग हो जाएगा और कांग्रेस राज्य में भाजपा द्वारा अस्थिरता की स्थिति को मुद्दा बना सकेगी. कांग्रेस के नेता जोत सिंह बिष्ट कहते हैं कि त्रिवेंद्र सरकार में भी हालात खराब थे और अब तीरथ सरकार में भी प्रदेश के लोगों को सरकार से कुछ खास उम्मीद नहीं है. लिहाजा कांग्रेस पहले भी मजबूत थी और अब और भी मजबूती से चुनाव में उतरेगी.

देहरादून: उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने के बाद कई राजनीतिक समीकरण बदले जाने की बात कही जा रही है. एक तरफ भाजपा इसे आने वाले विधानसभा 2022 के लिए शुभ संकेत मान रही है तो कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में इस राजनीतिक घटनाक्रम से कांग्रेस की सत्ता में राह को आसान बता रही है.

प्रदेश में चुनाव से ठीक एक साल पहले जिस तरह भाजपा ने अपनी सरकार के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कुर्सी से हटाया उससे साफ है कि राज्य में भाजपा के अंदर राजनीतिक भूचाल तेज था और इसके कभी भी फटने की संभावना को देखते हुए ही पार्टी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को कुर्सी से बेदखल कर दिया. इसके बाद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया है, लेकिन इस बदले हुए समीकरण से राजनीतिक समीकरण कितने बदल पाएंगे यह अब भी बहस का मुद्दा बना हुआ है.

तीरथ की तोजपोशी होते ही बदले राजनीतिक समीकरण.

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भाजपा के वरिष्ठ विधायक बिशन सिंह चुफाल कहते हैं कि इस बदले में समीकरण से भाजपा को निश्चित रूप से फायदा होगा और ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य में अब कार्यकर्ताओं में और भी ज्यादा उत्साह आएगा. जिससे पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव 2022 जितना और आसान होगा.

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इस घटनाक्रम से कांग्रेस भी कम उत्साहित नहीं है. कांग्रेस इसलिए उत्साहित हैं. क्योंकि इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस मानती है कि प्रदेश में जनता को भाजपा के प्रति जो मोह था वह भी भंग हो जाएगा और कांग्रेस राज्य में भाजपा द्वारा अस्थिरता की स्थिति को मुद्दा बना सकेगी. कांग्रेस के नेता जोत सिंह बिष्ट कहते हैं कि त्रिवेंद्र सरकार में भी हालात खराब थे और अब तीरथ सरकार में भी प्रदेश के लोगों को सरकार से कुछ खास उम्मीद नहीं है. लिहाजा कांग्रेस पहले भी मजबूत थी और अब और भी मजबूती से चुनाव में उतरेगी.

Last Updated : Mar 12, 2021, 2:58 PM IST
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