देहरादून : उत्तराखंड सरकार ने सड़कों पर घूम रहे निराश्रित पशुओं को चारा और छत उपलब्ध कराए जाने पर बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, पशुपालन विभाग की ओर से मंत्रिमंडल में निराश्रित पशुओं से संबंधित प्रस्ताव को रखा था, जिस पर मंत्रिमंडल ने अपनी मुहर लगा दी है. ऐसे में प्रदेश के चौक चौराहों समेत जगह-जगह घूम रहे करीब 25 हजार पशुओं को ना सिर्फ चारा मिलेगा बल्कि उन्हें रहने के लिए टीन सेट की जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी.
वहीं, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सीएम धामी का धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश में जो सबसे बड़ी निराश्रित पशुओं की समस्या है, उसके लिए सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. दरअसल, सड़कों पर घूम रहे निराश्रित पशुओं के चलते कई बार सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं. इन घटनाओं में कई पशुओं की मौत भी हो जाती है. ऐसे में इन सभी निराश्रित पशुओं का ख्याल रखने और चारा उपलब्ध कराने को लेकर नई पॉलिसी बनाई गई है. इस पॉलिसी के तहत डीएम के माध्यम से जिलों में गौशाला बनाने के लिए जमीन चिन्हित की जाएगी. एनजीओ के माध्यम से इन सभी निराश्रित पशुओं को गौशालाओं में रखा जाएगा.
इन सभी पशुओं के भरण पोषण के लिए प्रतिदिन प्रति पशु 80 रुपए दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि निराश्रित पशुओं के लिए गौशाला बनाने के लिए 30 करोड़ रुपए विभाग के पास है. बाकी 50 करोड़ रुपए राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी. इसके अलावा प्रदेश में जो गौशाला है उसके लिए भी बड़ा निर्णय लिया गया है. इसके तहत पशुओं के चारे के लिए दिए जाने वाले धनराशि को बढ़ा दिया गया है. हालांकि, शुरूआत में प्रति पशु, प्रतिदिन चारे के लिए 4 रुपए 75 पैसे दिए जा रहे थे. जिसे सात गुना बढ़ाकर 30 रुपए प्रतिदिन प्रति पशु किया गया था. लेकिन अब इसे बढ़ाकर 80 रुपए प्रतिदिन प्रति पशु कर दिया गया है. यानी, सरकार से रजिस्टर्ड गौशालाओं में रह रहे पशुओं के चारे के लिए रोजाना प्रति पशु 80 रुपए दिए जाएंगे.
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