देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा और पर्यटन सीजन को देखते हुए सरकार विभिन्न व्यवस्थाओं में जुटी हुई है. वहीं, उत्तराखंड पुलिस भी ट्रैफिक को सुचारू करने के लिए नए रूट प्लान और कार्य योजना तैयार कर रही है. इस कड़ी में आज पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी के पुलिस अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़े.
पुलिस मुख्यालय ने आगामी चार धाम यात्रा और पर्यटन सीजन को देखते हुए जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकर कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की. जिसमें उन्होंने जरूरी कदम उठाए जाने को लेकर दिशा-निर्देश भी दिए. इस दौरान वीकेंड पर भी अलग से व्यवस्था बनाए जाने की कार्य योजना तैयार की गई. साथ ही कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाने के लिए भी डीजीपी ने दिशा निर्देश दिए.
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बैठक के दौरान फैसला लिया गया कि चीला मार्ग को वनवे किया जाएगा. इसके साथ ही अब हरिद्वार से चीला की तरफ वाहन नहीं जा सकेंगे. वीकेंड पर शुक्रवार शाम से बाहरी राज्यों के वाहनों को नेपाली फॉर्म से भानियावाला होते हुए रानी पोखरी से पर्वतीय क्षेत्रों में जाने की अनुमति होगी. यातायात व्यवस्था के लिए अलग से यातायात निरीक्षक की नियुक्ति की गई है. जिससे इस दौरान किसी भी तरह की दिक्कत ना हो. चार धाम यात्रा को देखते हुए पीआरडी के जवानों के लिए अतिरिक्त डिमांड भी की गई है. मसूरी से देहरादून आते हुए लगने वाले जाम को रोकने के लिए अब कैंपटी से वापस आने वाले वाहनों को विकास नगर से वापस भेजा जाएगा. इसके अलावा डायवर्जन प्लान और पार्किंग की सूचना भी गूगल के जरिए शेयर की जाएगी. इसके अलावा ट्रैफिक अपडेट भी नियमित रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाएगा. ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह से सुचारू करने के लिए थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी और यातायात निरीक्षक के साथ ही यातायात उपनिरीक्षक की भी जवाबदेही तय की गई है.