देहरादून: बकरीद को लेकर देशभर में तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी क्रम में उत्तराखंड में भी बकरीद के लिए बाजार में खरीदारी तेज हो गई है. बकरीद पर इस बार पुलिस महकमा पहले से कुछ ज्यादा सतर्क दिखाई देगा. दरअसल पिछले कुछ दिनों में ऐसे मामले सामने आए हैं. जिसके चलते उत्तराखंड में धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई. लिहाजा ऐसे हालातों के बीच बकरीद के त्यौहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए पुलिस विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष एहतियात के साथ प्रदेश भर में निगरानी बढ़ाई है. पुलिस की तरफ से उन स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां पर हिंदू और मुस्लिम की आबादी एक साथ मौजूद है.
क्षेत्र में पुलिस की होगी पैनी नजर:इतना ही नहीं उन जिलों को विशेष तौर पर फोकस किया गया है, जहां शांति व्यवस्था भंग होने की स्थिति बन सकती है. बकरीद पर बकरों की कुर्बानी के निश्चित स्थान से लेकर नमाज पढ़ने के स्थान को व्यवस्थित रखने की भी कोशिश की जा रही है. शहर के निरंजनपुर, हरिद्वार बाईपास और रायपुर सहित अलग-अलग क्षेत्रों में बकरों की मंडी सजी हुई है. वहीं, दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन ने भी त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए कमर कस ली है.
सबसे महंगे दामों में बिका सुल्तान: मंडी में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, नजीबाबाद और मिर्जापुर सहित अलग-अलग जिलों से अलग-अलग नस्ल के बकरे बिकने के लिए मौजूद हैं. तो वहीं, हरिद्वार बाईपास में सजी बकरों की मंडी में 20 हजार से लेकर पौने दो लाख तक के बकरे बिक रहे हैं. हरिद्वार रोड पर बकरों की मंडी में सहारनपुर से लाया गया पंजाब नस्ल का 140 किलो का सुल्तान (बकरा) पूरी मंडी में सबसे महंगा बिका है, जिसको देहरादून निवासी राशिद ने एक लाख 80 हजार रुपये में खरीदा है.
मंडी में अलग-अलग नस्लों के 100 बकरे: सहारनपुर के ननौता निवासी गुलफाम का कहना है कि इस बार देहारदुन मंडी में अलग-अलग नस्लों के 100 बकरे आए थे और सभी बकरे बिक गए हैं. उन्होंने कहा कि सुल्तान को प्रतिदिन दो किलो दूध, 100 ग्राम बादाम, मक्का-बाजरा और हरा चारा खिलाया जाता है. वहीं, व्यापारी शाजिद ने बताया है कि 80 किलो का राणा नाम का बकरा 75 हजार रुपये में बिका है, जबकि 10 महीने का 85 किलो का शेरखान नाम का बकरा 90 हजार रुपये में बिका है, जबकि अन्य 53 बकरे 20 से 40 हजार रुपये के बीच में बिके हैं.
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कुर्बानी के समय एहतियात बरतना जरूरी: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के प्रदेश अध्यक्ष और नाएब सुन्नी शहर काजी सैयद अशरफ हुसैन कादरी ने कुर्बानी देते समय सरकारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा है. साथ ही कुर्बान किए जानवरों की तस्वीर इंटरनेट या मीडिया पर प्रसारित न करने की भी अपील की है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी कतई न करें और सभी को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है.
बकरा ईद को लेकर प्रशासन सतर्क: पुलिस प्रशासन बकरा ईद के मौके पर सुरक्षा को लेकर सर्तक हो गया है. एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने ईद से पहले सभी थाना प्रभारियों के साथ पीस कमेटी की मीटिंग की और सख्त ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, माहौल बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखने की बात कही है.
यातायात के लिए जीरो जोन निर्धारित: उन्होंने कहा कि नमाज के दौरान ईदगाहों के आसपास के क्षेत्र को यातायात के लिए जीरो जोन रखा जाएगा. सभी थाना प्रभारी को निर्देशित किया गया है कि बकरीद के अवसर पर परंपरागत स्थलों पर ही कुर्बानी दी जाए. संवेदनशील स्थानों व धार्मिक स्थलों के पास कुर्बानी ना हो. उन्होंने बताया कि ईद के दौरान निकलने वाली शोभायात्राएं पहले से निर्धारित मार्गों से ही निकाली जाएं. शोभायात्रा के लिए कोई नया मार्ग या नई प्रथा शुरू करने की अनुमति ना दी जाए.
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