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अब्दुल शकूर हत्याकांड के तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अब्दुल शकूर हत्याकांड मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपी फरार चल रहे थे. जो बुधवार को देहरादून में ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

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अब्दुल शकूर हत्याकांड
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Published : Nov 27, 2019, 7:45 PM IST

Updated : Nov 27, 2019, 10:18 PM IST

देहरादून: अब्दुल शकूर हत्याकांड मामले में पुलिस ने फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ये तीनों ही आरोपी केरल के रहने वाले है. जो अगस्त में हुए हत्याकांड के बाद से फरार चल रहे थे. पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में थे.

बता दें कि अब्दुल शकूर हत्याकांड मामले में पुलिस पहले ही सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि इस मामले में अरशद, शिहाब और मुनीफ फरार चल रहे थे. वहीं, मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इन तीनों प्रेमनगर थाना क्षेत्र में सुद्धोवाला के मांडुवाला रोड से गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया.

अब्दुल शकूर हत्याकांड में आरोपी गिरफ्तार

पढ़ें- THDC निजीकरण के विरोध में उतरी कांग्रेस, जगह-जगह फूंका सरकार का पुतला

वहीं, पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से लैपटॉप बरामद हुआ है. जिसको एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) में जांच के लिए भेजा जाएगा. पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों के लैपटॉप से उन्हें कई अहम जानकारी मिल सकती है.

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अब्दुल शकूर की BTC BITZ COIN SHUKKOR व BITZEX नाम की दो अलग-अलग कंपनी थी. जिनके माध्यम से वह बिटक्वाइन का काम करता था. शकूर ने एक कोर ग्रुप बनाया था. जिसमें उन तीनों के अलावा आशिक भी था.

वहीं, इन चारों ने केरल में मंजिरी, पाण्डिकर तथा मणपुरम आदि क्षेत्रों से कई लोगों का पैसा बिटकॉइन में निवेश कराने के लिए एकत्रित किया गया था. जिसके बाद उन्होंने सारा पैसा अब्दुल शकूर पास भेजा था, लेकिन बिटक्वाइन में शकूर को घाटा हो गया. जिसके बाद ये सभी शकूर के साथ केरल से फरार हो गए थे.

इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि इस मामले में सात आरोपियों की पहले ही हो चुकी है. बाकी के फरार चल रहे तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले सभी दस आरोपी गिरफ्तार हो चुके है.

पढ़ें- दो इंस्पेक्टर सहित 43 सिपाहियों के तबादले, SSP ने जारी किये आदेश

यह है मामला
बता दें देश-विदेश में वर्चुअल करेंस के तौर पर करोड़ों रुपए का व्यापार करने वाले अब्दुल शकूर की 28 अगस्त को प्रेमनगर क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी. हत्या के पीछे की वजह वर्चुअल करेंसी का पासवर्ड था. इसके लिए उसके साथियों ने कई दिनों तक मंडुवाला में उसे प्रताड़ित भी किया था. 28 अगस्त को शकूर के साथ उसे देहरादून के राजपुर रोड स्थित एक हॉस्पिटल लाये थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

इसके बाद शकूर के साथी उसके शव को मैक्स अस्पताल में लावारिस छोड़कर फरार हो गए थे. इसमें मामले में पुलिस पहले ही सात आरोपियों फारिस ममनून, अरविंद सी, आसिफ, सुफेल, आफताब मोहम्मद, यासीन और मोहम्मद आशिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. ये सभी आरोपी मूल रूप से केरल के रहने वाले थे.

देहरादून: अब्दुल शकूर हत्याकांड मामले में पुलिस ने फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ये तीनों ही आरोपी केरल के रहने वाले है. जो अगस्त में हुए हत्याकांड के बाद से फरार चल रहे थे. पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में थे.

बता दें कि अब्दुल शकूर हत्याकांड मामले में पुलिस पहले ही सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि इस मामले में अरशद, शिहाब और मुनीफ फरार चल रहे थे. वहीं, मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इन तीनों प्रेमनगर थाना क्षेत्र में सुद्धोवाला के मांडुवाला रोड से गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया.

अब्दुल शकूर हत्याकांड में आरोपी गिरफ्तार

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वहीं, पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से लैपटॉप बरामद हुआ है. जिसको एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) में जांच के लिए भेजा जाएगा. पुलिस को उम्मीद है कि आरोपियों के लैपटॉप से उन्हें कई अहम जानकारी मिल सकती है.

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अब्दुल शकूर की BTC BITZ COIN SHUKKOR व BITZEX नाम की दो अलग-अलग कंपनी थी. जिनके माध्यम से वह बिटक्वाइन का काम करता था. शकूर ने एक कोर ग्रुप बनाया था. जिसमें उन तीनों के अलावा आशिक भी था.

वहीं, इन चारों ने केरल में मंजिरी, पाण्डिकर तथा मणपुरम आदि क्षेत्रों से कई लोगों का पैसा बिटकॉइन में निवेश कराने के लिए एकत्रित किया गया था. जिसके बाद उन्होंने सारा पैसा अब्दुल शकूर पास भेजा था, लेकिन बिटक्वाइन में शकूर को घाटा हो गया. जिसके बाद ये सभी शकूर के साथ केरल से फरार हो गए थे.

इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि इस मामले में सात आरोपियों की पहले ही हो चुकी है. बाकी के फरार चल रहे तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले सभी दस आरोपी गिरफ्तार हो चुके है.

पढ़ें- दो इंस्पेक्टर सहित 43 सिपाहियों के तबादले, SSP ने जारी किये आदेश

यह है मामला
बता दें देश-विदेश में वर्चुअल करेंस के तौर पर करोड़ों रुपए का व्यापार करने वाले अब्दुल शकूर की 28 अगस्त को प्रेमनगर क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी. हत्या के पीछे की वजह वर्चुअल करेंसी का पासवर्ड था. इसके लिए उसके साथियों ने कई दिनों तक मंडुवाला में उसे प्रताड़ित भी किया था. 28 अगस्त को शकूर के साथ उसे देहरादून के राजपुर रोड स्थित एक हॉस्पिटल लाये थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

इसके बाद शकूर के साथी उसके शव को मैक्स अस्पताल में लावारिस छोड़कर फरार हो गए थे. इसमें मामले में पुलिस पहले ही सात आरोपियों फारिस ममनून, अरविंद सी, आसिफ, सुफेल, आफताब मोहम्मद, यासीन और मोहम्मद आशिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. ये सभी आरोपी मूल रूप से केरल के रहने वाले थे.

Intro:485 करोड़ की क्रिप्टो करेंसी बिटक्वाइन के चक्कर में केरल के व्यापारी अब्दुल शकूर हत्याकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने इस हत्याकांड के फरार चल रहे तीन आरोपियों को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. केरल के रहने वाले अब्दुल शकूर की हत्या के बाद से ही तीनो आरोपी तीन  महीने से फरार चल रहा था!मुखबिर सूचना मिली कि शकूर हत्याकांड में फरार तीनों अरशद,शिहाब और मुनीफआरोपी देहरादून आये है और  वकील के माध्यम से कोर्ट में सरेण्डर करने की फिराक में है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा  तीनों आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर प्रेमनगर क्षेत्र के अंतर्गत कल दिएर रात सुद्धोवाला के पास मांडुवाला रोड  से गिरफ्तार किया गया।पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप बरामद किया जिसको FSL जाँच के लिए भेजा जायेगा!जांच से आने के बाद इस मामले में काफी जानकारी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है!वही तीनो आरोपी को आज न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। Body:बता दें कि देश-विदेश में वर्चुअल करेंस करोड़ का व्यापार करने वाले अब्दुल शकूर की हत्या वर्चुअल करेंसी का पासवर्ड हासिल करने के चलते हुई थी. देहरादून के मंडुवाला में उसके साथियों ने उसे कई दिन तक प्रताड़ित कर मौत के घाट उतारा था. 28 अगस्त को उसके साथी उसे देहरादून के राजपुर रोड स्थित एक हॉस्पिटल लाये थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था!घटना के बाद से ही मृतक के साथी फरार चल रहे थे. पुलिस ने इस हत्याकांड मामले में फरार 7 अभियुक्त फारिस ममनून, अरविंद सी, आसिफ, सुफेल,आफताब मोहम्मद,यासीन और मोहम्मद आशिक  को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.ये सभी आरोपी मूल रूप से केरल के रहने वाले थे!

आरोपी ने पूछताछ में बताया की कि मृतक अब्दुल शकूर की BTC BITZ COIN SHUKKOR  व BITZEX नाम की दो अलग-अलग कम्पनियां थी, जिनके माध्यम से वह  बिटक्वाइन का काम करता था।  अब्दुल शकूर  के द्वारा  एक कोर ग्रुप बनाया गया था, जिसमें हम तीनों के अलावा आशिक भी था, हम लोगों के द्वारा केरल में मंजिरी, पाण्डिकर तथा मणपुरम आदि क्षेत्रों से कई लोगों का पैसा बिटकॉइन में निवेश कराने के लिए एकत्रित किया गया था। निवेश किया गया सारा पैसा हम लोगों  के माध्यम से अब्दुल शकूर के पास जाता था, जब शकूर को बिटकॉइन में घाटा हो गया तो हम सभी शकूर के साथ केरल से फरार हो गए,लेकिन  केरल में निवेशको, जिनका पैसा हमारे माध्यम से बिटकॉइन पर लगा था!Conclusion:एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया की इस मामले में 7 आरोपियों की ग्रिफ्तारी पहले हो चुकी थी।बाकी तीन तभी से फरार चल रहे थे और कल देर फरार आरोपियों की ग्रिफ्तारी हो चुकी है।इस मामले में सभी 10 आरोपियों की ग्रिफ्तारी हो गई है।पुलिस ने इनके पास से एक लैपटॉप बरामद किया है।इस लैपटॉप में मामले से जुड़ी काफी महत्वपूर्ण जानकारी हम लोग को मिल सकती है।पुलिस द्वारा लैपटॉप को एफएसएल जांच के लिए भेज दिया है,जांच के बाद जो जानकारी आएगी उससे हमे इस मामले में काफी सहायता मिलेगी।

बाइट-अरुण मोहन जोशी (एसएसपी )
Last Updated : Nov 27, 2019, 10:18 PM IST
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