देहरादून: राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में बीती 11 अप्रैल को स्कूल संचालक के घर हुई लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. चार आरोपियों को यूपी के मुजफ्फनगर जिले से गिरफ्तार किया गया है. वहीं एक आरोपी को ऋषिकेश से पकड़ा है. देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने इस मामले का खुलासा किया है.
देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि 11 अप्रैल दोपहर को करीब 12 बजे अज्ञात हथियार बंद बदमाशों ने स्कूल संचालक संदीप अग्रवाल के घर पर धावा बोला था. बदमाश करीब 15 मिनट तक संदीप अग्रवाल के घर में रहे थे. इस दौरान उन्होंने मकान की निचली मंजिल पर संदीप अग्रवाल के पिता विनोद अग्रवाल, माता सुनीता अग्रवाल और बहन रश्मि अग्रवाल को हथियारों के बल पर बंधक बनाया था और उनसे जेवरात और नकदी लूट ली थी.
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संदीप अग्रवाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मामले के खुलासे के लिए पुलिस की आठ टीमें लगाई गई थी, जो अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही थी. एक टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. इस दौरान एक फुटेज में बाइक और स्कूटी सवार चार लोग संदीप अग्रवाल के घर में घुसते हुए नजर आए. चारों बदमाशों ने स्कूटी और बाइक घर से दूर खड़ी की थी.
इसके अलावा एक बदमाश घर के पास ही निगरानी के लिए रुक गया था. करीब 10 से 15 मिनट बाद सभी बदमाश बाइक और स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गए. बदमाशों ने वाहनों की नंबर प्लेट पर काली टेप चिपका रखी थी. इसके बाद पुलिस ने देहरादून, हरिद्वार और यूपी के मुजफ्फनगर जिले में भी करीब 450 सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इसके साथ ही पुलिस ने हरिद्वार, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर और दिल्ली से भी बदमाशों के बारे में जानकारी जुटाई. तक कहीं जाकर पुलिस को बदमाशों के बारे में कुछ सुराग लगा.
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इसके बाद पुलिस की एक टीम यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में पहुंची और पचेन्डाकला गांव से चार बदमाशों विपिन, सचिन, विकास और अंकित को गिरफ्तार किया. वहीं, पांचवें आरोपी को विकास जायसवाल को आईडीपीएल ऋषिकेश से पकड़ा. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लूट का सारा माल बरामद कर लिया है.
पुलिस पूछताछ में आरोपी विपिन ने पुलिस को जो बताया कि उसके मुताबिक वह देहरादून में अपने चचेरे भाई गुड्डू के पास अक्सर आता जाता रहता है, जो Saint Annies स्कूल में काम करता है. ये स्कूल संदीप अग्रवाल का है. विपिन ने बातों-बातों में चचेरे भाई गुड्डू से उसके मालिक संदीप अग्रवाल के घर के बारे में काफी जानकारी जुटायी थी. क्योंकि संदीप अग्रवाल एक नामी स्कूल चलाते हैं और वर्तमान में एडमिशन सीजन होने के कारण उसके घर पर लगभग 40 से 50 लाख रुपए तक मिलने की उम्मीद थी. इसलिये उनके घर में डकैती डालने का प्लान बनाया था.
विपिन ने इस प्लान में अपने अन्य साथियों सचिन, अंकित और विकास को भी शामिल किया था. फिर करीब 10 दिन पहले आकर घर की रेकी की थी और उसके दो दिन बाद ही वारदात को अंजाम देने आ गए थे, लेकिन उस दिन उनके घर के बाहर काफी मजदूर काम कर रहे थे, जिस कारण वे वापस चले गए.
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इसके बाद 10 अप्रैल को भी आरोपी बाइक और एक्टिवा पर देहरादून आये थे, लेकिन उन दिन भी उन्हें मौका नहीं मिला. इसके बाद वो ऋषिकेश में विकास जायसवाल के पास चले गये, जो पहले दिल्ली में रहता था. विकास ऋषिकेश क्षेत्र में किराये पर रहकर एक होटल चलाता है. चारों आरोपियों ने विकास जायसवाल को अपनी योजना के बारे में बताया तो वो भी इस योजना में शामिल हो गया. विकास जायसवाल के कमरे में जगह कम होने के कारण उसके कमरे में रुक गया और अन्य साथी विकास, सचिन और अंकित भानियावाला में काइट होटल में रुक गए.
11 तारीख को सुबह सब लोग प्लान के मुताबिक एक्टिवा और अपाचे बाइक पर सवार होकर सीधे देहरादून नेहरू कॉलोनी SBI वाली गली में स्थित उक्त घर में पहुंचे, जिसकी पहले ही जानकारी जुटा ली गयी थी. बाइक को घर से थोड़ी दूर एक पार्क के पास खड़ा किया और एक्टिवा सीधे घर के पास ले गए. विकास घर के बाहर रहा और बाकी चारों लोग घर में घुस गए व वहां मौजूद 2 महिलाओं, एक बुजुर्ग को तमंचे व चाकू से डराते हुए उन्हें बंधक बनाया. आरोपियों ने सोने के जेवरात और 6 से 7 हजार रुपए की नकदी लूटी. घर पर आलमारी आदि चेक कर पाते, इससे पहले ही ऊपरी मंजिल से एक महिला चिल्लाने लगी तो लोग डर कर वहां से भाग निकले.