देहरादूनः फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहन की आरसी को उसके मूल मालिक से किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर करने वाले दलाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरटीओ के दलाल को डालनवाला पुलिस ने सिल्वर सिटी मॉल के पास से दबोचा है. आरोपी ने दिल्ली से चोरी की गई बुलेट का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरटीओ कार्यालय में किसी अन्य के नाम से पंजीकरण कराया था. उधर, रुड़की 600 अवैध नशीले इंजेक्शन के साथ एक तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
दरअसल, बीती 25 अगस्त को राजपुर रोड सालावाला निवासी सार्थक शर्मा ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें बताया है कि उन्होंने ऑनलाइन परिवहन एप पर अपने वाहन संख्या की डिटेल जांच की. जिसमें जानकारी मिली कि उनका वाहन किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत हो रखा है. जब पीड़ित ने अन्य मोबाइल से भी परिवहन एप पर अपने वाहन का डिटेल जांची तो उसमें भी उनके नाम की जगह किसी अन्य शख्स मजीद का नाम मिला.
इसके बाद पीड़ित सार्थक शर्मा ने मामले में आरटीओ देहरादून से संपर्क साधा और अपने वाहन से संबंधित फाइल देखी. जब उन्होंने फाइल जांची तो उनके नाम से किसी अन्य व्यक्ति के फर्जी दस्तावेज व हस्ताक्षर फाइल में लगाए गए थे. उन्होंने आरोपी और आरटीओ की मिलीभगत के जरिए फर्जी आरसी तैयार करने के मामले में डालनवाला थान में मुकदमा दर्ज कराया.
वहीं, पुलिस ने मुकदमा दर्ज जांच शुरू की तो अजय सैनी का नाम सामने आया. जिसके बाद आरोपी अजय सैनी निवासी ओम सिटी नियर पाम सिटी देहरादून को सिल्वर सिटी मॉल के पास से गिरफ्तार किया. आरोपी की कब्जे से बुलेट की दो आरसी (एक फर्जी सार्थक शर्मा के नाम पर और दूसरी ओरिजिनल आरसी) माजिद के नाम पर बरामद हुई. साथ ही तीन अन्य आरसी और एक आधार कार्ड भी मिला.
थाना डालनवाला प्रभारी राजेश शाह ने बताया कि आरोपी आरटीओ ऑफिस में दलाली का काम करता है. उसने सार्थक शर्मा की फर्जी आरसी तैयार किया, फिर उसके आधार कार्ड को इस्तेमाल कर उसके नाम से एक फर्जी शपथ पत्र, सेल लेटर और गुमशुदगी की एफआईआर तैयार की. इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दिल्ली से चोरी हुए बुलेट को माजिद नाम के व्यक्ति को खरीददार दिखाकर उसके नाम पर ट्रांसफर कर दिया.
इस काम को करने के लिए आरोपी ने फर्जी शपथ पत्र, सेल लेटर, फर्जी ऑनलाइन गुमशुदगी रिपोर्ट तैयार की. इसके बाद फर्जी हस्ताक्षर कर सेल लेटर तैयार किया, फिर उसे आरटीओ ऑफिस देहरादून में जमा कराई. जिसके आधार पर पीड़ित की बुलेट की आरसी को बिना उनकी सहमति और आवेदन के माजिद नाम के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया. आरोपी इससे पहले भी कई गाड़ियों की आरसी और डीएल बना चुका है.
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रुड़की में 600 नशीले इंजेक्शनों के साथ ई रिक्शा चालक गिरफ्तारः सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक युवक को 600 अवैध नशीले इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक ई रिक्शा भी बरामद किया है. वहीं, पकड़े गए आरोपी के खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट के समक्ष पेश किया, फिर उसे जेल भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस की टीम बादशाह होटल के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान शक होने पर एक ई रिक्शा चालक को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन ई रिक्शा चालक पुलिस को देखकर भागने लगा. ऐसे में पुलिस ने पीछा कर उसे दबोच लिया. जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से प्रतिबंधित 600 अवैध नशीले इंजेक्शन मिले.
पुलिस की मानें तो आरोपी का नाम मोनू चोपड़ा (उम्र 29 वर्ष) है. जो रुड़की के टोडा कल्याणपुर का रहने वाला है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने इंजेक्शन अयान निवासी नगला इमरती से खरीदे थे. उसे एक इंजेक्शन थोक में 50 रुपए का मिल जाता था. जिसे वो रुड़की और आसपास क्षेत्र में नशे के आदी लोगों को 200 रुपए में बेचता था. जिससे उसे काफी मुनाफा मिल जाता था.