देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केदारनाथ धाम के प्रति उनकी आस्था ही उन्हें यहां खींच लाती है. पीएम बनने के बाद मोदी चार बार बाबा केदारनाथ के दर पर माथा टेक चुके हैं. जहां पीएम खास से आम बन पूर्जा-अर्चना करते हैं. पीएम मोदी ने अपनी बातों में कई बार कहा है कि बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन से उनमें ऊर्जा का संचार होता है. साथ ही इस धाम की महिमा का गुणगान खुद पीएम मोदी करते आए हैं.
देवभूमि उत्तराखंड के कण-कण में देवताओं का वास माना जाता है. कहते हैं शिव का हर धाम लोगों को ऊर्जावान बनाता है. वहीं केदारनाथ को ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग माना जाता है. जिसके प्रति आगाध श्रद्धा ही श्रद्धालुओं को यहां खींच लाती है. वहीं पीएम चार बार बाबा केदारनाथ के दर पर माथा टेक चुके हैं. पीएम मोदी ने अपनी बातों में कई बार कहा है कि बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन से उनमें ऊर्जा का संचार होता है. जिससे उनकी इस शिव धाम के प्रति आस्था का पता चलता है. पौराणिक मान्यता है कि कपाट खुलने पर इस धाम में महादेव की छ: महीने श्रद्धालु और कपाट बंद होने पर शीतकाल में देवता पूजा करते हैं. मान्यता है कि बाबा केदार के दर से कोई खाली नहीं जाता, भगवान शिव भक्तों की हर मुराद को पूरी करते हैं.
बता दें कि पीएम मोदी अपने दो दिवसीय दौर पर उत्तराखंड आए हुए थे. उन्होंने केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में विशेष पूजा-अर्चना की. इस दौरान वे आध्यात्मिक रंग में रंगे दिखाई दिए. साथ ही उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में चल रहे पुर्निर्माण कार्यों के बारे में भी विस्तार के जानकारी ली. जिसके बाद पैदल चलकर उन्होंने केदारनाथ में शंकराचार्य गुफा में ध्यान भी लगाया. वहीं पीएम मोदी अपना आध्यात्मिक दौरा कर लौट चुके हैं. वहीं पीएम मोदी अपनी व्यस्तता के बावजूद वे चार बार केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं.