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पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से पहाड़ों पर बढ़ेगी महंगाई, कई चीजों पर पड़ेगा फर्क

संसद में वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय में कम हुए हैं. इस कारण पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा करने का मौका मिला है.

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Published : Jul 6, 2019, 9:06 AM IST

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोगों के सामने खड़ी होंगी ये दिक्कतें.

देहरादून: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. इस बजट में पेट्रोल-डीजल पर स्पेशल एक्साइज ड्यूटी एक रुपए और रोड-कंस्ट्रक्शन सेस एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाने के बाद लोगों के आगे परेशानियां खड़ी हो सकती हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से हर क्षेत्र में इसका असर देखने को मिलेगा.

देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही कई सेक्टर पर इसका सीधा असर पड़ेगा. इन बढ़े दामों के कारण गरीब और मिडिल क्लास लोगों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. वहीं, संसद में वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय में कम हुए हैं. इस कारण पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा करने का मौका मिला है.

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोगों के सामने खड़ी होंगी ये दिक्कतें.

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जानकारों का मानना है कि इस बढ़ोत्तरी के बाद खाने पीने की चीजें, यात्री किराया और जरूरत की दूसरी चीजें भी महंगी हो जाएंगी. उत्तराखंड के लिहाज से देखें तो विषम भौगोलिक परिस्थिति होने के चलते पहाड़ी जिलों में अब खाने-पीने की चीजों के साथ बाकी सामान भी काफी महंगा हो जाएगा.

बता दें कि राजधानी में फिलहाल पेट्रोल की कीमत 70.70 रुपये है, वहीं, डीजल की कीमत 63.56 रुपये है. हालांकि, पेट्रोल-डीजल के ये दाम पहले ही काफी ज्यादा है, लेकिन अब करीब 2.5 रुपये बढ़ोत्तरी के बाद इसमें और भी इजाफा हो जाएगा.

ये भी पढ़ें:मोदी सरकार के बजट से हरीश रावत हुये निराश, बोले- उत्तराखंड आपसे क्या कहे?

सीनियर सिटीजन एम चड्ढा और अशोक अरोड़ा ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ने के बाद अब बाकी चीजों में होने वाली महंगाई से मिडिल क्लास को काफी दिक्कतें होने वाली हैं. वो मोदी सरकार से इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं कर रहे थे.

वहीं, पूर्व बैंक अधिकारी रश्मि ने बताया कि पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के बाद लोगों की बचत में फर्क आएगा. बचत में कमी के चलते बैंकों में भी लोगों द्वारा जमा की जाने वाली राशि पर इसका सीधा असर होगा.

ये भी पढ़ें:जांच तक ही सिमटा फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला, रिपोर्ट पर टिकी हैं नजरें

इन बढ़े हुए दामों को लेकर आर्थिक मामलों के जानकार जगमोहन मेहंदीरत्ता ने बताया कि देश में लगातार बैंकों का एनपीए बढ़ रहा है. साथ ही महंगाई होने के कारण बैंकों में जमा धन भी कम हो सकता है. ऐसे में बैंकों द्वारा इंटरेस्ट रेट को बढ़ाने से लोन महंगे हो जाएंगे, जिससे इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा.

देहरादून: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. इस बजट में पेट्रोल-डीजल पर स्पेशल एक्साइज ड्यूटी एक रुपए और रोड-कंस्ट्रक्शन सेस एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाने के बाद लोगों के आगे परेशानियां खड़ी हो सकती हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से हर क्षेत्र में इसका असर देखने को मिलेगा.

देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही कई सेक्टर पर इसका सीधा असर पड़ेगा. इन बढ़े दामों के कारण गरीब और मिडिल क्लास लोगों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. वहीं, संसद में वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय में कम हुए हैं. इस कारण पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा करने का मौका मिला है.

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोगों के सामने खड़ी होंगी ये दिक्कतें.

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जानकारों का मानना है कि इस बढ़ोत्तरी के बाद खाने पीने की चीजें, यात्री किराया और जरूरत की दूसरी चीजें भी महंगी हो जाएंगी. उत्तराखंड के लिहाज से देखें तो विषम भौगोलिक परिस्थिति होने के चलते पहाड़ी जिलों में अब खाने-पीने की चीजों के साथ बाकी सामान भी काफी महंगा हो जाएगा.

बता दें कि राजधानी में फिलहाल पेट्रोल की कीमत 70.70 रुपये है, वहीं, डीजल की कीमत 63.56 रुपये है. हालांकि, पेट्रोल-डीजल के ये दाम पहले ही काफी ज्यादा है, लेकिन अब करीब 2.5 रुपये बढ़ोत्तरी के बाद इसमें और भी इजाफा हो जाएगा.

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सीनियर सिटीजन एम चड्ढा और अशोक अरोड़ा ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ने के बाद अब बाकी चीजों में होने वाली महंगाई से मिडिल क्लास को काफी दिक्कतें होने वाली हैं. वो मोदी सरकार से इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं कर रहे थे.

वहीं, पूर्व बैंक अधिकारी रश्मि ने बताया कि पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी के बाद लोगों की बचत में फर्क आएगा. बचत में कमी के चलते बैंकों में भी लोगों द्वारा जमा की जाने वाली राशि पर इसका सीधा असर होगा.

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इन बढ़े हुए दामों को लेकर आर्थिक मामलों के जानकार जगमोहन मेहंदीरत्ता ने बताया कि देश में लगातार बैंकों का एनपीए बढ़ रहा है. साथ ही महंगाई होने के कारण बैंकों में जमा धन भी कम हो सकता है. ऐसे में बैंकों द्वारा इंटरेस्ट रेट को बढ़ाने से लोन महंगे हो जाएंगे, जिससे इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा.

Intro:summary- पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी से आम लोगों के लिए कई परेशानियां खड़ी हो सकती है। दामों का बढ़ना न केवल जरूरी सामान को महंगा करेगा बल्कि हर क्षेत्र में इसका सीधा असर होगा।

देश में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही कई सेक्टर्स पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। खासतौर पर गरीब और मिडिल क्लास लोगों के लिए यह बढ़ोतरी बेहद प्रभावित करने वाली होगी।


Body:पेट्रोल डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी से आम लोगों की मुसीबतें बढ़ने जा रही हैं.. नए रेट आने के बाद न केवल अब पेट्रोल- डीजल के बढ़े हुए दामों को देना होगा बल्कि इसका सीधा असर जरूरत की तमाम दूसरी चीजों पर भी पड़ेगा... माना जा रहा है कि इस बढ़ोतरी के बाद खाने पीने की चीजें, यात्री किराया और जरूरत की दूसरी चीजें भी महंगी हो जाएंगी। उत्तराखंड के लिहाज से देखें तो विषम भौगोलिक परिस्थिति होने के चलते पहाड़ी जिलों में अब खाने पीने की चीजों के साथ साथ बाकी सामान भी काफी महंगा हो जाएगा।

राजधानी देहरादून में फिलहाल पेट्रोल की कीमत ₹70.70 है तो डीजल की कीमत 63.56 रुपये है। हालांकि पेट्रोल डीजल के ये रेट भी पहले ही काफी ज्यादा है लेकिन अब करीब 2.5 रुपये बढ़ोतरी के बाद इसमें और भी इजाफा हो जाएगा।

आम लोगों की माने तो मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहले बजट से उन्हें बेहद ज्यादा उम्मीदें थी और वह खासतौर पर महंगाई में कुछ कमी आने की उम्मीद है कर रहे थे लेकिन पेट्रोल डीजल में बढ़ोतरी ने उनके इस उम्मीद को तोड़ दिया है। देहरादून में सीनियर सिटीजन एम चड्ढा और अशोक अरोड़ा बताते हैं कि पेट्रोल डीजल के बढ़ने के बाद अब बाकी चीजों में होने वाली महंगाई से मिडिल क्लास को काफी दिक्कतें होने वाली है और वह मोदी सरकार से इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं कर रहे थे।

उधर पूर्व बैंक अधिकारी रश्मि बताती हैं कि पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के बाद लोगों की शेविंग्स में फर्क पड़ेगा और बचत में कमी के चलते बैंकों में भी लोगों द्वारा जमा की जाने वाली राशि पर इसका सीधा असर होगा।

बाइट-एम चड्ढा, सीनियर सिटीजन
बाइट-अशोक अरोड़ा, सीनियर सिटीजन
बाइट -रश्मि, पूर्व बैंक अधिकारी

पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी का सीधा असर न केवल जरूरत की चीजों में महंगाई के रूप में होगा बल्कि इसका असर बैंकों पर भी पड़ेगा... आर्थिक मामलों के जानकार जगमोहन मेहंदीरत्ता बताते हैं कि देश में लगातार बैंकों का एनपीए बढ़ रहा है और अब महंगाई होने से बैंकों में जमा धन भी कम हो सकता है ऐसा हुआ तो बैंकों को इंटरेस्ट रेट को बढ़ाना पड़ेगा और इस स्थिति में बैंक तमाम लोन महंगे कर देंगे जो सीधे तौर पर आम लोगों को प्रभावित करेगा।

बाइट जगमोहन मेहंदीरत्ता आर्थिक मामलों के जानकार


Conclusion:हम लोग भी पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी से अचंभित हैं और इस पर अपनी नाराजगी भी जता रहे हैं ऐसे में केंद्र सरकार गरीबों और मिडिल क्लास पर बढ़ रहे दबाव को कम करने में क्या कदम उठाएगी यह आने वाला समय बताएगा।
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