देहरादून: प्रदेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण चारधाम के कपाट खुलने जा रहे हैं. विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के कपाट लॉकडाउन के बीच तय मुहूर्त पर ही खुलेंगे. ऐसे में उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए चारधाम यात्रा में किसी प्रकार की भीड़ नहीं होने दी जाएगी.
भगवान केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल और भगवान बदरी विशाल के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे. वहीं, गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट भी 26 अप्रैल को खुलने जा रहे हैं. प्रदेश में जारी लॉकडाउन का असर चारधाम यात्रा पर साफ देखने को मिलेगा. जिसके कारण चारधाम यात्रा से जुड़े टैक्सी संचालकों, होटल व्यवसायियों, व्यापारियों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
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भाजपा के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री वीरेंद्र बिष्ट ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर सरकार सभी तैयारी कर रही है. लॉकडाउन के बीच सरकार मंदिर के रावल को लाने की व्यवस्था कर रही है. वहीं, चारधाम यात्रा से जुड़े लोगों को लेकर भी सरकार चिंतित है. कोरोना महामारी के बीच सरकार की तरफ से जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
वहीं, कांग्रेस ने भी सरकार से चारधाम यात्रा से जुड़े लोगों की आजीविका पर ध्यान केंद्रित करने की मांग की है. कांग्रेसी नेता मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि टैक्सी संचालकों, यातायात से जुड़े लोगों, होटल के व्यवसायी, व्यापारी वर्ग और पुजारियों की आर्थिकी चारधाम यात्रा पर निर्भर करती है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण ये सभी लोग प्रभावित हैं, ऐसे में सरकार को इन लोगों की मदद के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
वहीं, लॉकडाउन के बीच सरकार ने साफ कर दिया है कि मौजूदा परिस्थितियों में चारधाम में किसी प्रकार की भीड़ नहीं होने दी जाएगी. तय तिथियों पर ही चारधाम के कपाट खुलने जा रहे हैं. इस दौरान सीमित संख्या में पुजारी ही पूजा-अर्चना संपन्न कराएंगे.