डोईवालाः जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा है. जिसमें जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के आसपास के जंगल क्षेत्र को एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में देने की बात कही जा रही है. विस्तारीकरण में करीबन 10 हजार पेड़ प्रभावित हो रहे हैं. इन पेड़ों को बचाने के लिए अब सामाजिक संगठन विरोध में उतर गए हैं. इसी कड़ी में दृष्टिकोण समिति से जुड़े लोगों ने एयरपोर्ट के नजदीक सांकेतिक धरना दिया और प्रभावित होने वाले पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधे.
दृष्टिकोण समिति के अध्यक्ष मोहित उनियाल ने बताया कि जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कोई विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन इस विस्तारीकरण की आड़ में 10 हजार पेड़ों की बलि दी जाएगी. जिससे पर्यावरण के साथ-साथ इस जंगल में रहने वाले जीव जंतु भी प्रभावित होंगे. यह क्षेत्र हाथी कॉरिडोर क्षेत्र भी है. इसलिए वो इन पेड़ों को काटने नहीं देंगे. चाहे इसके लिए उन्हें कितना भी बड़ा आंदोलन करना पड़े.
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मोहित उनियाल ने बताया कि दृष्टिकोण समिति से जुड़े लोगों ने इन पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधने और पेड़ों को बचाने का संकल्प लिया है. उनके साथ कई संगठन भी आगे आ रहे हैं और इस जंगल को बचाने की बात कह रहे हैं. रविवार को भी कई संगठन से जुड़े लोग जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के नजदीक प्रभावित होने वाले जंगल को बचाने के लिए पहुंचेंगे और सभी पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें बचाने का संकल्प लेंगे.