देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना का ग्राफ जैसे-जैसे बढ़ता गया, वैसे ही बाजारों में अचानक ही दवाओं की मांग बढ़ने लगी. इन दवाओं में सबसे अधिक मांग पैरासिटामोल की थी. आपको बता दें कि, कोरोना के दौरान अप्रैल माह में केवल जनपद देहरादून में प्रतिदिन एक लाख पैरासिटामोल टैबलेट की सेल हुई है.
डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट एसोसिएशन देहरादून के महासचिव शिवम खुराना के मुताबिक अप्रैल माह में जब कोरोना की लहर ने प्रदेश में दस्तक दी और कोविड कर्फ्यू जारी कर दिया गया तो लोगों में पैरासिटामोल, अजित्रोमायकिन और एवरमेक्टिन जैसी दवा खरीदने की होड़ सी मच गई. विशेषकर लोगों ने पैरासिटामोल टैबलेट खरीद कर घरों में रखनी शुरू कर दी. जिससे जनपद में प्रतिदिन एक लाख पैरासिटामोल टैबलेट की सेल हुई है.
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शिवम खुराना के मुताबिक अब पिछले 2 से 3 दिनों से दवाओं की मांग में कुछ कमी आई है. अन्य दवाओं के साथ ही पैरासिटामोल की मांग में भी अब 20 से 25 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गई है.