विकासनगर: कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कई लोगों का रोजगार छीन गया था. ऐसे में गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से गरीबों को नि:शुल्क राशन देने की घोषणा की थी. कही जगहों पर लोगों को इसका लाभ भी मिला है, लेकिन जौनसार बावर के कालसी और कोरवा खाद्य गोदाम से जुड़े राशन डीलरों को विभाग की तरफ से राशन नहीं मिला है, जिस वजह से जरुरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है.
विभाग की इस लापरवाही का खामियाजा उन लोगों को भुगताना पड़ रहा है, जिनकी लॉकडाउन में नौकरी चली गई थी. हालांकि, इसके पीछे की बड़ी वजह राशन कार्डों का ऑनलाइन नहीं होना बताया जा रहा है. जिला पूर्ति अधिकारी ने इस संबंध में राशन डीलरों को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें कहा गया था कि जबतक उनके राशन कार्ड ऑनलाइन नहीं होंगे उन्हें नि:शुल्क राशन उपलब्ध नहीं कराया जाएगा. ऐसे में उन्ही राशन कार्ड धारकों को नि:शुल्क खाद्यान्न दिया जाएगा जिनके राशन कार्ड ऑनलाइन होंगे.
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वहीं, राशन डीलरों का कहना है कि जौनसार बावर का क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है. ऐसे में यहां पर समय से राशन कार्ड ऑनलाइन नहीं हो पाए. जिसका खामियाजा गरीब उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. क्षेत्र भ्रमण पर आए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह से स्थानीय लोगों ने इस समस्या से अवगत कराया. जिस पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में खाद्य विभाग के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी. अगर नि:शुल्क राशन उपलब्ध नहीं कराया जाएगा तो कांग्रेस इस मामले में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी.
इस बारे में जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी से फोन पर वार्ता की तो उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी कारण थे. जिन्हें सुलझा लिया गया है. जल्द ही राशन डीलरों को राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है. सभी डीलर खाद्य गोदाम से राशन उठा लें ताकि समय से उपभोक्ताओं को नि:शुल्क राशन वितरण हो सके.