देहरादून: सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन दिनों काफी एक्टिव दिख रहे हैं. आजकल वो न सिर्फ विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं, बल्कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. हाल ही उन्होंने गढ़वाल आयुक्त कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान अनुपस्थि मिले कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए थे. वहीं सीएम त्रिवेंद्र इन कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अगर पिछले चार सालों से इसी तरह एक्टिव रहते तो बेहतर होता. अब जब चुनावी बेला आ गई है तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर भी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना साधा है.
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प्रीतम सिंह ने कहा कि जीरो टॉरलेस सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में विफल साबित हुई है. खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं. हाईकोर्ट ने निर्णय लिया था कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच होनी चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री सीबीआई जांच से बचते हुए नजर आ रहे हैं. प्रदेश की जनता इन सब सवालों के जवाब के जवाब प्रदेश के मुखिया से पूछ रही है और 2022 का इंतजार कर रही है.