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सर्द मौसम ने बिगाड़ी लोगों की सेहत, अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या - डॉ. एस डी जोशी

मौसम में हुए बदलाव से देवभूमि की वादियों में ठिठुरन बढ़ गई है. जिससे ब्लड प्रेशर, सांस की समस्या और जोड़ों के दर्द की शिकायत लेकर बड़ी संख्या में मरीज दून मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं.

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बढ़ रही है मरीजों की संख्या
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Published : Dec 19, 2019, 4:48 PM IST

देहरादून: मौसम बदलने के बाद प्रदेश में ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है. सर्द हवाओं ने देवभूमि की वादियों में ठिठुरन बढ़ा दी है. जिसके कारण दून अस्पताल में बीपी, सिर दर्द और सांस के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ठंड से हार्ट अटैक, श्वास संबंधी दिक्कत और सिर दर्द के मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.

दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एसडी जोशी के अनुसार अस्पताल में जोड़ों के दर्द से पीड़ित मरीजों के अलावा सांस और बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. कुछ मरीज सिरदर्द की शिकायत लेकर भी इलाज कराने आ रहे है.

दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एसडी जोशी

डॉ. जोशी ने कहा कि सर्द मौसम में जो लोग सिर पर टोपी और मफलर का प्रयोग नहीं कर रहे हैं, उन लोगों में खून का संचालन कम होने का खतरा है. इससे पूरे शरीर की छोटी-छोटी वाहिनियां सिकुड़ने लगती है. जिस कारण बीपी बढ़ जाता है और जोड़ों के दर्द की शिकायत शुरू होने लगती है. कई मरीजों को ऐसे मौसम में सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है. साथ ही स्वभाव में चिड़चिड़ापन और नींद नहीं आती है.

ये भी पढ़ें: युवाओं के पास नौकरी पाने का सुनहरा मौका, आयोग ने शुरू की तैयारी

ठंड से बचने के लिए सुझाव देते हुए डॉ. जोशी ने कहा कि ऐसे मौसम में शरीर को ठंड से बचाना जरूरी है. लोग जितना हो सके गर्माहट वाली जगह को प्राथमिकता दें. घर से बाहर निकलते समय सिर पर टोपी और हाथों में दस्ताने जरूर पहने. खासतौर पर दोपहिया वाहन चालक हेलमेट के अलावा मास्क का भी उपयोग जरूर करें. इसके साथ ही ताजा गर्म भोजन खाना आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा.

इसके अलावा ऐसे मौसम में गुनगुना पानी पीने से राहत मिलेगी. सड़क किनारे बाहर बिकने वाले बासी भोजन से परहेज करे. क्योंकि जब शरीर में खून का प्रवाह कम होता है तो पाचन तंत्र में दिक्कतें शुरू होने लगती है. इससे मरीज में पेट दर्द, उल्टी आना और एसिड बनने की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है.

ठंड बढ़ने के साथ प्रदेश में आम दिनों की तुलना में ऐसे मरीजों की संख्या काफी बढ़ रही है. अकेले दून मेडिकल कॉलेज में ऐसे मरीजों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.

देहरादून: मौसम बदलने के बाद प्रदेश में ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है. सर्द हवाओं ने देवभूमि की वादियों में ठिठुरन बढ़ा दी है. जिसके कारण दून अस्पताल में बीपी, सिर दर्द और सांस के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ठंड से हार्ट अटैक, श्वास संबंधी दिक्कत और सिर दर्द के मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.

दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एसडी जोशी के अनुसार अस्पताल में जोड़ों के दर्द से पीड़ित मरीजों के अलावा सांस और बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. कुछ मरीज सिरदर्द की शिकायत लेकर भी इलाज कराने आ रहे है.

दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एसडी जोशी

डॉ. जोशी ने कहा कि सर्द मौसम में जो लोग सिर पर टोपी और मफलर का प्रयोग नहीं कर रहे हैं, उन लोगों में खून का संचालन कम होने का खतरा है. इससे पूरे शरीर की छोटी-छोटी वाहिनियां सिकुड़ने लगती है. जिस कारण बीपी बढ़ जाता है और जोड़ों के दर्द की शिकायत शुरू होने लगती है. कई मरीजों को ऐसे मौसम में सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है. साथ ही स्वभाव में चिड़चिड़ापन और नींद नहीं आती है.

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ठंड से बचने के लिए सुझाव देते हुए डॉ. जोशी ने कहा कि ऐसे मौसम में शरीर को ठंड से बचाना जरूरी है. लोग जितना हो सके गर्माहट वाली जगह को प्राथमिकता दें. घर से बाहर निकलते समय सिर पर टोपी और हाथों में दस्ताने जरूर पहने. खासतौर पर दोपहिया वाहन चालक हेलमेट के अलावा मास्क का भी उपयोग जरूर करें. इसके साथ ही ताजा गर्म भोजन खाना आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा.

इसके अलावा ऐसे मौसम में गुनगुना पानी पीने से राहत मिलेगी. सड़क किनारे बाहर बिकने वाले बासी भोजन से परहेज करे. क्योंकि जब शरीर में खून का प्रवाह कम होता है तो पाचन तंत्र में दिक्कतें शुरू होने लगती है. इससे मरीज में पेट दर्द, उल्टी आना और एसिड बनने की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है.

ठंड बढ़ने के साथ प्रदेश में आम दिनों की तुलना में ऐसे मरीजों की संख्या काफी बढ़ रही है. अकेले दून मेडिकल कॉलेज में ऐसे मरीजों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.

Intro: मौसम बदलने के बाद प्रदेश में ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है। मौसम में हुए बदलाव के बाद सर्द हवाओं ने लोगों की ठिठुरन बढ़ा दी है। मौसम का मिजाज बदलने से दून अस्पताल में बीपी, सर दर्द और सांस के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। ठंड से हार्ट, श्वास संबंधी दिक्कतों के अलावा सर दर्द की समस्या लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
summary- 18 दिसंबर से मौसम में हुए अचानक परिवर्तन के कारण लोगों की ठिठुरन बढ़ गई है। जिससे ब्लड प्रेशर, सांस की समस्या और जोड़ों के दर्द की शिकायत लेकर मरीज दून मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं, अन्य दिनों की अपेक्षा मौसम के करवट लेने के बाद ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।


Body: दून मेडिकल कॉलेज कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एस डी जोशी के अनुसार अस्पताल में जोड़ों के दर्द से पीड़ित मरीजों के अलावा सांस और बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। कुछ मरीज ऐसे मौसम में सर दर्द की शिकायत लेकर भी इलाज कराने आ रहे हैं। सर्द मौसम में जो लोग सर को टोपी ,मफलर को ढक कर नहीं रख रहे हैं, उन लोगों को ठंड की वजह से नसों में खून का संचालन कम होने लगता है। इससे सारे शरीर की छोटी छोटी वाहिनियां सिकुड़ने लगती है। जिस कारण बीपी बढ़ जाता है और जोड़ों के दर्द की शिकायत शुरू होने लगती है। कई मरीजों को ऐसे मौसम में सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है स्वभाव में चिड़चिड़ापन और नींद नहीं आती है।
ऐसे मौसम में शरीर का बचाव रखना जरूरी है, लोग जितना हो सके गर्माहट वाली जगह को प्राथमिकता दें। घर से बाहर निकलते समय सर पर टोपी और हाथों में दस्ताने अवश्य पहने। खासतौर पर दोपहिया वाहन चालक हेलमेट के अलावा मास्क का उपयोग जरूर करें। विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक भोजन में ताजा गर्म खाना आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा इसके अलावा ऐसे मौसम में गुनगुना पानी पीने से राहत मिलेगी। सड़क किनारे बिकने वाले बासी भोजन से परहेज करें ।क्योंकि जब शरीर में खून का दौरा कम होता है तो पाचन तंत्र में दिक्कतें शुरू होने लगती है उससे मरीज को पेट दर्द उल्टी आना और एसिड बनने की समस्या आने लगती हैं।
बाईट- डॉक्टर एसडी जोशी, वरिष्ठ फिजिशियन, दून मेडिकल कॉलेज


Conclusion:दरअसल मौसम बदलने के साथ ही अस्पताल में कई मरीज जोड़ों के दर्द, ब्लड प्रेशर और सर दर्द की शिकायत लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास इलाज कराने पहुंच रहे हैं। आम दिनों की तुलना में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सर्द मौसम में दून अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या 15 से 20 प्रतिशत बढ़ गई है
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