देहरादून: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत देहरादून में अब विकास कार्य रफ्तार पकड़ते नजर आ रहे हैं. नवंबर माह के अंत तक राजधानी के सबसे पुराने और प्रसिद्ध पलटन बाजार की तस्वीर बदलने का कार्य शुरू हो जाएगा. लगभग 12.50 करोड़ की लागत से पलटन बाजार को एक मार्केट के साथ ही पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा. इसके तहत जहां मार्केट की सभी दुकानों को एक ही रंग में रंगा जाएगा, साथ ही सभी दुकानों को अलग-अलग नम्बर भी दिए जाएंगे.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पलटन बाजार की अन्य व्यवस्थाओं में भी सुधार किया जाएगा. स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि आने वाले समय में पलटन बाजार में दिन के वक्त वाहनों की आवाजाही पर बैरियर लगाकर रोक लगाई जाएगी. वहीं पैदल चलने वाले लोगों के लिए बाजार के अंदर बेहतर फुटपाथ भी तैयार किए जाएंगे. इसके साथ ही विकलांग और गर्भवती महिलाओं के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था भी पलटन बाजार के अंदर की जाएगी.
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गौरतलब है कि दून का पलटन बाजार 100 साल पुराना है. अंग्रेजी शासनकाल के दौरान साल 1864 में इसी स्थान पर अंग्रेजों की ओल्ड सिरमौर बटालियन ने अपनी छावनी स्थापित की थी. ऐसे में सेना की आवाजाही के चलते इस स्थान को पलटन बाजार के नाम से जाना जाने लगा. बीते कई सालों से पलटन बाजार में अपनी दुकान चला रहे स्थानीय व्यापारी बताते हैं कि पलटन बाजार में पहले ऐसी रौनक नजर नहीं आती थी, लेकिन अब हमेशा ही यहां चहल-पहल देखने को मिलती है. स्मार्ट सिटी के तहत पलटन बाजार में होने जा रहे कायाकल्प के कार्य से स्थानीय व्यापारी खुश जरूर हैं. लेकिन, उनका यही कहना है कि पलटन बाजार में दो पहिया वाहनों की आवाजाही बंद नहीं होनी चाहिए. ऐसा होने पर उनके व्यापार पर इसका काफी गहरा असर पड़ेगा.
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पलटन बाजार को एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किए जाने को लेकर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि पलटन बाजार को स्मार्ट बनाने के लिए 13.82 करोड़ का खर्च आएगा. इसकी डीपीआर को गुरुवार को HPSC ने मंजूरी दे दी है. ऐसे में अगले 10 दिनों में अब टेंडर प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली जाएगी. इसके साथ ही उनका कहना था पलटन बाजार को एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किए जाने की योजना है. जिससे राजधानी की सबसे पुरानी मार्केट की ओर दूर-दूर से आने वाले पर्यटक ज्यादा से ज्यादा रुख कर सकें.