देहरादून: कोरोना संकटकाल में अनलॉक 5 की गाइडलाइन के तहत सार्वजनिक कार्यक्रमों में दो सौ लोगों को शामिल होने की अनुमति प्रदान की गई है. ऐसे में पिछले 74 सालों से देहरादून में दशहरा पर्व मना रहे बन्नू बिरादरी की ओर से इस बार छोटे स्तर पर पर्व मनाने की तैयारियां की जा रही है, लेकिन जिला प्रशासन से रावण दहन कार्यक्रम में केवल 20 लोगों को एकत्रित होने की अनुमति दिए जाने से बन्नू बिरादरी में खासी नाराजगी है. इसके साथ ही रावण की प्रतिमा की ऊंचाई भी 10 फीट रखने को कहा गया है.
बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि साल 1948 से हर साल बन्नू बिरादरी की ओर से परेड ग्राउंड में दशहरे पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता आ रहा है. ऐसे में इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बन्नू बिरादरी दशहरा कार्यक्रम को परेड ग्राउंड के बजाय बन्नू स्कूल ग्राउंड में सूक्ष्म तरह से मनाने पर विचार कर रहा था, लेकिन जिला प्रशासन से केवल 20 लोगों को एकत्रित होने की अनुमति दिए जाने की वजह से मजबूरन कार्यक्रम रद्द करने पर विचार करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें: रेखा आर्य के निर्देश के बावजूद हंसी की नहीं हुई काउंसलिंग, सड़क पर भटकने को मजबूर
जिला प्रशासन की ओर से दशहरा कार्यक्रम में बन्नू बिरादरी को महज 20 लोगों को एक स्थान में एकत्रित करने की अनुमति दी गई है. वहीं, रावण की प्रतिमा की ऊंचाई भी 10 फीट रखने को कहा गया है. ऐसे में बन्नू बिरादरी के लोगों का कहना है कि जब केंद्र की अनलॉक 5 के तहत जारी गाइडलाइन के तहत सामाजिक कार्यक्रमों में 200 लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति प्रदान की गई है, तो जिला प्रशासन दशहरा कार्यक्रम में महज 20 लोगों को एकत्रित होने के लिए क्यों कह रहा है ? जिला प्रशासन का यह निर्णय कहीं न कहीं आम जनमानस की आस्था के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ है.