देहरादूनः करीब चार साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार आयुर्वेद विश्वविद्यालय में पीएचडी को लेकर चल रहा विवाद खत्म हो गया है. विश्वविद्यालय की रिसर्च कमेटी ने पुरानी नियमावली को रद्द कर पीएचडी के लिए नई नियमावली तैयार कर ली है. अब इच्छुक छात्र 15 अलग-अलग विषयों में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से पीएचडी कर सकते हैं.
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ सुनील जोशी ने बताया कि विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के इच्छुक छात्रों के लिए 15 अलग-अलग विषयों में कुल 108 सीट उपलब्ध है. जिसके लिए आगामी 15 नवंबर तक छात्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
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वहीं, आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्क्रूटनी की जाएगी. जिसके बाद परीक्षा और काउंसिलिंग के माध्यम से छात्रों को अलग-अलग विषयों में पीएचडी के लिए प्रवेश दिया जाएगा.
इन 15 विषयों में कर सकते हैं पीएचडी-
- शरीर क्रिया विज्ञान.
- रस शास्त्र और भैजस्य कल्पना.
- मौलिक सिद्धांत.
- बाल रोग.
- स्त्री एवं प्रसूति रोग.
- पंचकर्म.
- बायोमेडिकल.
- शालाक्य तंत्र.
- संस्कृत.
- रोग निदान.
- शरीर रचना.
- दृवय गुण विज्ञान.
- अगद तंत्र.
- काय चिकित्सा.
- शल्य तंत्र.