देहरादूनः सुद्धोवाला जेल में कैदियों के ऊपर एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है. गुरुवार शाम जेल से रूटीन कानूनी कार्रवाई में रिहा होने वाला एक कैदी कोरोना पॉजिटिव मिला है. इस घटना के बाद जेल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई. एसिंप्टोमेटिक के चलते आनन-फानन में इस कैदी को 108 एंबुलेंस के जरिए दून अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टरों की देखरेख में सुद्धोवाला जेल के आइसोलेशन वॉर्ड में भेजने की जानकारी मिली है.
कोर्ट के आदेश के मुताबिक कैदियों की रिहाई से पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य
दरअसल, हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक कैदियों को जेल से रिहा करने से पहले उनका कोरोना टेस्ट करना अनिवार्य है. इसी के मद्देनजर देहरादून सुद्धोवाला जेल से रिहा होने वाले सहसपुर निवासी कैदी का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसकी गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद जेल प्रशासन ने तत्काल कैदी की रिहाई रोकते हुए उसे दून अस्पताल ले जाया गया. दून अस्पताल के ईएमओ डॉ. नरेश के मुताबिक कैदी को जेल आइसोलेशन वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.
दून अस्पताल पीएमओ डॉ. नरेश के मुताबिक गुरुवार शाम पुलिस कर्मियों द्वारा संबंधित कैदी को कोरोना पॉजिटिव होने के चलते अस्पताल लाया गया था. एसिंप्टोमेटिक होने के चलते उसकी जांच की गई, हालांकि उसमें कोई खास तरह के लक्षण नहीं पाए गए. लेकिन एहतियातन उसको स्वास्थ्य देखरेख के तहत जेल आइसोलेशन में भेजा गया है.
जेल में बंद कैदियों के कोरोना टेस्टिंग पर सवाल
सुद्धोवाला जेल से रिहा होने वाले कैदी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है. ऐसे में जेल में बंद अन्य कैदियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए जेल सैनिटाइजेशन का काम शुरू कराया जा रहा है. जेल प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार से जेल कैदियों की कोरोना टेस्टिंग की कार्रवाई में भी तेजी लाई जाएगी. कोरोना वायरस की दूसरी लहर में अब तक जेल में बंद कैदी संक्रमण से बचे होने का दावा जेल विभाग द्वारा किया जा रहा था. लेकिन अब देहरादून जेल से रिहा होने वाले कैदी के कोविड पॉजिटिव आने के बाद इस दावे पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इसमें सबसे बड़ा सवाल राज्य की जेलों में बंद कैदियों के कोविड टेस्टिंग को लेकर सामने आ रहा है.
ये भी पढ़ेंः रुद्रप्रयाग में अब तक 274 बच्चे हो चुके कोरोना संक्रमित, डॉक्टर कर रहे निगरानी
देहरादून सुद्धोवाला जेल में क्षमता से अधिक कैदी
देहरादून के सुद्धोवाला जेल से रिहा होने वाले कैदी के कोरोना पॉजिटिव आने के जेल प्रशासन हरकत में आया है, जिसके बाद अब टेस्टिंग और सैनिटाइजेशन की कार्रवाई की कवायद शुरू की जा रही है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या ये है कि जेल में क्षमता से अधिक कैदी वर्तमान समय में सजा काट रहे हैं. मौजूदा समय में देहरादून जेल में 1400 से ज्यादा कैदी बंद हैं. ऐसे में जेल के अंदर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ना स्वाभाविक है.
बता दें कि इससे पहले 2020 में भी देहरादून जेल में काफी संख्या में कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके चलते संक्रमित कैदियों को दून अस्पताल में भर्ती किया गया था. उस दौरान दून अस्पताल के एक अलग हिस्से में इतने भारी संख्या में कोरोना कैदियों को भर्ती कराने के चलते पूरे अस्पताल के इर्द-गिर्द सुरक्षा का घेरा पुलिस छावनी के रूप में बनाया गया था. जिसमें अतिरिक्त रूप से पीएसी और नागरिक पुलिस की टुकड़ी तैनात करनी पड़ी थी.