देहरादून: उत्तराखंड में नर्सिंग अधिकारी भर्ती मामले में करीब 1300 से ज्यादा पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को लेकर जो जांच रिपोर्ट सामने आई थी, उसके बाद भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे थे. ऐसे में ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसका संज्ञान विभागीय मंत्री धन सिंह रावत ने लिया है. स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के अनुसार भर्ती प्रक्रिया को चयन बोर्ड की तरफ से किया गया है. अगर किसी अभ्यर्थी ने दस्तावेजों में गड़बड़ी की है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा यह पूरा मामला धोखाधड़ी का बनता है. ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. फोन पर हुई बातचीत में भी मंत्री ने इस बात की पुष्टि की है.
दरअसल, इस मामले में जांच आने के बाद सवाल सबसे ज्यादा चयन बोर्ड पर उठ रहे हैं. चयन किए जाने से पहले अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की पूरी तरह से जांच का जिम्मा बोर्ड का ही है. लिहाजा इसमें यदि गड़बड़ी विस्तृत जांच के दौरान बड़े रूप से पाई जाती है तो बोर्ड से जुड़े अधिकारियों पर भी सवाल खड़े होंगे.
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उधर, दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग इसलिए इस मामले में चर्चाओं में रहा है क्योंकि नर्सेज महासंघ की तरफ से जो शिकायत की गई थी. उसकी कॉपी स्वास्थ्य महानिदेशालय को भी भेजी गई थी. लिहाजा स्वास्थ्य महानिदेशालय की तरफ से इस पर अब तक किस तरह के पत्राचार किया गया और इतने ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर करने के लिए क्या कदम उठाए गए, यह सवाल महानिदेशालय के अधिकारियों से जरूर पूछे जाएंगे. हालांकि, इस मामले में अब विभागीय मंत्री धन सिंह रावत ने संज्ञान ले लिया है. उन्होंने पूरे मामले में गड़बड़ी होने की स्थिति में कार्रवाई की भी बात कह दी है.
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