देहरादून: उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या 1005 हो गई है. साथ ही प्रदेश में 7 लोगों की मौत हुई है. लेकिन मौत का कारण कोविड 19 नहीं है. उत्तराखंड में अब तक 243 मरीज स्वस्थ होकर घर भी जा चुके हैं. उत्तराखंड में मरीजों के रिकवरी का रेट 24% है.
ये भी पढ़ें: मंत्रियों को नहीं कोरोना जांच की जरुरत, 'खास' को नहीं बस 'आम' को खतरा
देहरादून में सबसे ज्यादा एक्टिव केस 220 हैं, जबकि नैनीताल 150 एक्टिव केस हैं. केंद्र सरकार ने 75 शहरों को हाई रिस्क जोन में रखा है. इन शहरों से आने वाले लोगों को 7 दिनों के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन उसके बाद 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन अनिवार्य किया गया है. सभी लोगों को क्वारंटाइन करने से पहले लिखित आश्वासन लिया जाएगा. इस दौरान जो नियमों का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश से सबसे ज्यादा 261 कोरोना पॉजिटिव मामले नैनीताल से हैं. उसके बाद देहरादून से 218 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार देश के में 75 ऐसे शहरों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें कोविड-19 से बेहद संवेदनशील मानते हुए हाई लोड बताया गया है.